आवाज़ ए हिमाचल
चंबा, 9 जून। जिला चम्बा के सुंडला के पास जंगल में आग लगने से देवदार और चीड़ के 369 स्लीपर जल गए। इसमें देवदार के 39 स्लीपर, चीड़ के 295 (लॉग) और कायल के 25 स्लीपर थे। इन्हें वन विभाग ने वन रक्षक आवास के साथ रखा था। चीड़ के स्लीपर दो वर्ष पहले सड़क निर्माण के दौरान अवैध रूप से काटे गए थे। इन्हें विभाग ने जब्त किया था।
इससे विभाग को 4 लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। जंगल में वन संपदा को पहुंचे नुकसान का आकलन तैयार किया जा रहा है।
मंगलवार रात भड़की इस आग को बुझाने के लिए वन पालक और वन रक्षक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जब आग बेकाबू होने लगी तो उन्होंने दमकल विभाग को सूचित किया। सलूण और खैरी से दमकल विभाग की 4 गाड़ियां आग बुझाने के लिए पहुंचीं। पानी की बौछार करके आग को बस्ती में जाने से रोका गया। हालांकि, आग की चपेट में आने से वन रक्षक के आवास की खिड़की और अंदर रखे गद्दे और कंबल जल गए।
वन पालक रमन ठाकुर ने बताया कि जंगल की आग इतनी भयंकर थी कि उसकी चपेट में आने से देवदार और चीड़ के स्लीपर जलकर राख हो गए। कर्मचारियों ने इन स्लीपरों को बचाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन बेकाबू आग ने देखते ही देखते लकड़ी को स्वाह कर दिया। जंगल में आग लगाने वाले शरारती तत्व का अभी तक पता नहीं लग पाया है। विभाग में जांच कर रहा है।