आवाज ए हिमाचल
गौरव कौशिक, कांगड़ा
12 दिसम्बर: नगर परिषद कांगड़ा द्वारा बाइपास के निकट लाखों रूपए की लागत से गौसदन बना कर तैयार कर दिया है,लेकिन उसे आरम्भ करने में नगर परिषद नाकाम साबित हो रही है। इसका मुद्दा अखिल भारतीय किसान सभा के जिला सचिव चरण दास ने एसडीएम कांगड़ा के समक्ष रखा है। उन्होंने एसडीएम कांगड़ा को जानकारी दी है कि कांगड़ा नगर व उसके आपसाप के क्षेत्र में दिन प्रतिदिन बढ़ रहे बेसहारा पशुओं को रोकने के लिए प्रशासन व नगर परिषद कांगड़ा नाकाम साबित हो रही है। उन्होंने बताया कि सडक़ों पर घूम रहे बेसहारा पशु आए दिन दुर्घटनाओं को न्यौता दे रहे हैं व किसानों की फसलों को चट भी कर जाते हैं। जिसके लिए प्रशासन को उचित कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कई उपमण्डलों में पशुओं के कान के ऊपर टैग लगाए गए है,लेकिन कांगड़ा उपमण्डल के अंतर्गत ऐसी योजना को शुरू तक नहीं किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि कांगड़ा बाईपास पर नगर परिषद द्वारा गौसदन तो बनाया हैं परन्तु उसे आज दिन तक आरम्भ नहीं किया गया। इस बाबत एसडीएम कांगड़ा अभिषेक वर्मा ने बताया कि पशुओं के कान के ऊपर टैग लगाना एक अच्छी योजना है जिससे पशुओं की पहचान की जा सकती है । उन्होंने बताया कि कई लोग इन पशुओं के टैग निकालने के लिए उनके कान तक काट देते हैं जिसके लिए उन्हें इस योजना को लागू करने में थोड़ी कठिनाई आ रही है। वर्मा ने यह भी कहा कि बाईपास पर बने गौसदन को कोविड से पूर्व कांगड़ा की कामधेनू संस्था के साथ इसे शुरू करने के लिए एक एमओयू साईन किया गया था,लेकिन उसका क्या हुआ इसके बारे में वह नगर परिषद कांगड़ा से जानकारी प्राप्त करेंगे तथा
उन्हें इस गौसदन के शीघ्र अतिशीघ्र आरम्भ करने के निर्देश जारी करेगे या फिर किसी अन्य संस्था को इस कार्य को करने के लिए प्रेरित किया जायेगा। इस सम्बंध में नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी चमन लाल से बात को तो उन्होंने बताया कि नगर परिषद द्वारा बाईपास पर बनाये गए गौसदन की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। वहीं नप के कनिष्ठ अभियंता नरेश शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि नप द्धारा बनाया गया गौसदन के आरम्भ करने के लिए कांगड़ा की कामधेनू संस्था को जिम्मा सौंपा था जिसको आरम्भ करने के लिए अब संस्था ने अपने हाथ पीछे कर लिए हैं तथा आनाकानी कर रहे हैं,वे शीघ्र ही उनसे गौसदन को आरम्भ करने की चर्चा करेंगे।