नगर पंचायत राजगढ़ बनी जंग का मैदान, उपाध्यक्ष ने सचिव पर लगाए गंभीर आरोप 

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आवाज़ ए हिमाचल 

जीडी शर्मा,  राजगढ़।

 14 मई। नगर पंचायत राजगढ़ पिछले कुछ दिनो से जंग का मैदान बन कर रह गई है। जिस नगर पंचायत को लोगों  ने शहर के विकास के लिए चुना था वह रोज नये से नये विवादों मे घिरती नजर आ रही है। कभी सफाई व्यवस्था को लेकर तो कभी नगर पंचायत की बेठक नियमित रुप आयोजित न होने के कारण तो कभी नगर पंचायत के सदस्यों  द्वारा नगर पंचायत की बैठकों से नदारद रहने को लेकर अब राजगढ़ शहर के लोग इस नगर पंचायत को चुनकर अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। पिछले लगभग डेढ सालों में कोई बड़ा विकास कार्य शहर में नहीं हो पाया है।

नगर पंचायत राजगढ़ में कांग्रेस और भाजपा पार्षदों में आरोप प्रत्यारोप का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज नगर पंचायत उपाध्यक्ष दिनेश ठाकुर सामने आये और उन्होंने आयोजित प्रेस वार्ता में बैठक आयोजित न करने का कारण नगर पंचायत सचिव को बताया।

दिनेश ठाकुर ने कहा कि नगर पंचायत सचिव आरम्भ से ही मनमानी करते आ रहे है और चुने हुए पार्षदो को कुछ भी नहीं समझते। सचिव कहते है कि बैठक की जानकरी 48 घंटे पहले देना आनिवार्य होता है और स्वयं इसकी अनुपालना नहीं करते। उनके कारण पुरी नगर पंचायत आज हंसी का पात्र बनकर रह गई है।

उन्होंने नगर पंचायत सचिव पर मीटिंग का हवाला देकर शहर से गायब रहने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि सचिव दिनभर मेहनत करने वाले सफाई कर्मियों के भी बिना किसी कारण पैसे काट लेते हैं। यही नहीं सचिव ने नगर पंचायत कर्मियों को निजी चालक व निजी सचिव तक बना रखा है।

उन्होंने कांग्रेस नेताओं को भी आड़े हाथ लिया और कहा कि कांग्रेस नेता आज डम्पिंग की समस्या को लेकर हो हल्ला कर रहे हैं, लेकिन इससे पहले 20 वर्षो तक कांग्रेस के चैयरमैन ठेकेदारी में ही व्यस्त रहे और आज भी उनका मोह छूट नहीं रहा। उस समय डम्पिंग साईट आसानी से बनाई जा सकती थी आज कांग्रेस नेता भाजपा पार्षदों के एक मीटिंग से अनुपस्थित रहने को मुद्दा बना रहे हैं, जबकि उन्हें अपने गिरेबान में झाँकने की आवश्यकता है। इससे पहले 5
सालों तक नगर पंचायत के उपाध्यक्ष जो कांग्रेस समर्थित थे एक भी बैठक में शामिल नहीं हुए।

दिनेश ठाकुर ने कांग्रेस नेताओं द्वारा उनके पार्षदों के साथ विधायक द्वारा भेदभाव करने के आरोप को निराधार बताया और कहा कि विधायक रीना कश्यप ने नगर पंचायत की बैठक में कांग्रेस पार्षदों से स्वयं पूछा था कि उनके साथ कोई भेदभाव तो नहीं हो रहा और कांग्रेस के पार्षद उनसे किसी भी कार्य के लिए निसंकोच मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि नगर पंचायत में पहली बार भाजपा की विजय हुई है और इस कारण कांग्रेस में बोखलाहट है। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में वास्तव में कांग्रेस समर्पित पार्षदों के वार्ड में ही सबसे अधिक कार्य हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस पार्षदों से राजनीती को दरकिनार कर मिलकर कार्य करने का आह्वान किया।

इस अवसर पर नगर पंचायत की वार्ड नंबर-1 की सदस्य सुनीता कुमारी,  मनोनीत पार्षद राजेन्द्र सूद व् सौरभ साहनी भी उपस्थित रहे।

 

मुझ पर लगे सभी आरोप झूठे व बेबुनियाद : अजय गर्ग

उधर, नगर पंचायत सचिव अजय गर्ग से जब इस सारे मामले को लेकर पक्ष जाना गया तो उन्होंने अपने उपर लगे सभी आरोपो को सिरे से नकारते हुये झूठा व बेबुनियाद बताया। उनका कहना था कि बैठक की सुचना लिखित तौर पर सभी को निर्धारित समय पर दी जाती है। नगर पंचायत के सभी कार्य नगर पंचायत की बेठक में सर्व सम्मति से लिये गये निर्णयों से ही किये जाते हैं। सभी सफाई कर्मचारियों को नियमित तौर पर नियमो के अनुसार उनका पूरा मानदेय दिया जाता है। डंपिंग साईट के निर्माण के लिए वे अपने स्तर पर लगातार प्रयास कर रहे हैं।

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