आवाज़ ए हिमाचल
विक्रम चंबियाल, धर्मशाला।
14 मई। भारत सरकार द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान के अंतर्गत वर्ष 2015 से बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए सुकन्या समृधि योजना की शुरुआत की गयी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरम्भ की गई इस योजना का मुख्य लक्ष्य बेटियों के अभिवावकों को बेटियों के उज्जवल व सुरक्षित भविष्य के लिए उच्चतर व्याज दर के साथ-साथ एक लोकप्रिय निवेश विकल्प उपलव्ध करवाना है।
सुरेन्द्र पाल शर्मा ए अधीक्षक डाकघर धर्मशाला द्वारा सुकन्या समृधि योजना के बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया गया कि इस योजना के माध्यम से लाभार्थी द्वारा निवेश करके एकमुश्त राशि बेटी की शिक्षा या फिर शादी के लिए प्राप्त की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए बेटी की 10 वर्ष की आयु होने से पहले अकाउंट खुलवाना होगा। इस अकाउंट में निवेश की न्यूनतम सीमा 250 रुपए है तथा अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपए हैं। यह निवेश बेटी की उच्च शिक्षा या फिर शादी के लिए किया जा सकता है। इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा निवेश पर वर्तमान में 7.6 प्रतिशत की दर से ब्याज प्रदान किया जा रहा है। इसके अलावा इस योजना के अंतर्गत निवेश करने पर टैक्स में छूट भी प्रदान की जाती है।
उन्होंने कहा कि इस योजना को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्कीम के अंतर्गत लांच किया गया है। इस योजना के अंतर्गत अकाउंट किसी भी डाकघर की शाखा में खुलवाया जा सकता है। सुकन्या समृद्धि खाते का संचालन बेटी की आयु 21 वर्ष की होने या फिर 18 वर्ष की आयु के बाद शादी होने तक किया जा सकता है। बेटी की उच्च शिक्षा के लिए 18 वर्ष की आयु के बाद 50 % की रकम की निकासी की जा सकती है । इस योजना में डाकघर द्वारा डिजिटल माध्यम से रकम जमा करवाने की भी सुविधा दी जा रही है।