आवाज ए हिमाचल
जीडी शर्मा,राजगढ़
08 मई।आधुनिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा केंद्र इंटरनल यूनिवर्सिटी बडू साहिब द्वारा आज अपना 8वां दीक्षांत समारोह धूमधाम से मनाया।इस समारोह का आयोजन बडू साहिब के भाई गुरदास हाल में किया गया।समारोह का शुभारंभ पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के उप कुलपति एवं प्रसिद्ध शिक्षाविद,वैज्ञानिक प्रो डॉ आरसी सोबती द्वारा किया गया।डॉ सोबती एवं कलगीधर ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं इंटरनल विश्वविद्यालय बडू साहिब के कुलपति बाबा डाक्टर देवेद्र सिंह द्वारा इस कार्यक्रम में छात्राओं को उपाधियां वितरित की गई।
डॉ देवेद्र सिंह ने सबसे पहले विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी।इस मौका पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विषयों की ग्रेजुएशन से लेकर डॉक्टरेट तक 416 उपाधियां छात्राओं को प्रदान की गई। जिसमें मास्टर स्तर पर उत्कृष्ट उपलब्धि आंचल शर्मा, ग्रेजुएट स्तर पर रावांगीनि रांझा ने हासिल की। इसके इलावा अध्यापक वर्ग में डॉ पुनीत नेगी को मेरिटोरियस टीचिंग अवार्ड तथा मेरिटोरियस नॉन टीचिंग अवार्ड अमर सिंह को प्रदान किया गया। इस अवसर पर इंटरनल विश्वविद्यालय के माइक्रो बायो टेक्नोलॉजी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉक्टर अजर नाथ यादव द्वारा लिखित पुस्तक एवं विश्व विद्यालय में पंजाबी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ सिमरनजीत सिंह व राजविंदर कौर द्वारा सयुंक्त रूप से लिखित पुस्तकों का भी विमोचन किया गया।
छात्रो को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि अगर आप अपने जीवन में किसी का भला न कर सको तो बुरा भी मत करना। उन्होंने कहा कि कलगीधर ट्रस्ट के संस्थापक पदम श्री शिरोमणि संत बाबा इकबाल सिंह किंगरा ने जो सपना यहाँ बडू साहिब के सम्बंध में देखा था वह पूरा होता नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि लड़कियों की शिक्षा, सशक्तिकरण बारे यहां कामयाब प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि किताबी शिक्षा कहीं भी हासिल की जा सकती है,लेकिन यहां बडू साहिब में आध्यात्मिक व संस्कार मिश्रित शिक्षा बच्चों को दी जाती है,यह बहुत अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि यहां कलगीधर ट्रस्ट प्रबंधन दिन रात मेहनत कर रहा है, लिहाजा बहुत थोड़े समय में इंटरनल विश्व विद्यालय बडू साहिब सबसे बेहतर विश्वविद्यालयों में सबसे प्रथम होगी।