पुलिस भर्ती मामला,परीक्षा से पहले एक हज़ार ज्यादा युवाओं में बंट गया था पेपर,दो और गिरफ्तार

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आवाज़ ए हिमाचल

07 मई।हिमाचल प्रदेश में 27 मार्च को हुई पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर परीक्षा से पहले ही प्रदेश भर में एक हजार से ज्यादा युवाओं में बंट गया था। हालांकि इससे आगे और यह पेपर कितने अभ्यर्थियों ने साझा किया है, इसका अंदाजा अभी नहीं लगाया जा सका। पेपर लीक मामले में पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने शनिवार को दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि पुलिस यह जानकारी देने से कतरा रही है कि दोनों को कहां से गिरफ्तार किया। अब तक गिरफ्तार आरोपियों की संख्या छह पहुंच चुकी है।


वहीं, मामले के तार ऊना जिले से भी जुड़ रहे हैं। शनिवार को ऊना में लिखित परीक्षा में अव्वल रहे 12 अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों से पुलिस ने पूछताछ की। शनिवार को धरे दो आरोपियों के संदर्भ में जानकारी लेने के लिए जब पुलिस अधीक्षक कांगड़ा डॉ. खुशहाल शर्मा से बात की तो उन्होंने कहा कि वह इस मामले में कोई भी जानकारी नहीं दे सकते। वहीं दूसरी ओर एसआईटी के अध्यक्ष मधु सूदन का फोन बंद आया। इसके अलावा जब पुुलिस प्रमुख डीजीपी संजय कुंडू से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने मीडिया कर्मी का मोबाइल फोन ही रिसीव करना उचित नहीं समझा। गौर हो कि 5 मई देर रात पेपर लीक के खुलासे के बाद कांगड़ा जिले के तीन अभ्यर्थी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, जबकि कांगड़ा के ही एक निजी स्कूल कांशी राम मेमोरियल का एक कर्मचारी 6 मई को गिरफ्तार किया गया।


उधर, ऊना जिले में पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में अच्छे अंक लेने वाले उम्मीदवारों से हो रही पूछताछ से हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस का दावा है कि पूछताछ के दौरान कुछ लीड उनके हाथ में लगी है। जल्द बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है। पुलिस इस मामले में शैक्षणिक योग्यता व लिखित परीक्षा परिणाम के अंकों को ध्यान में रखते हुए पूछताछ के लिए उम्मीदवारों को बुला रही है। बता दें कि पुलिस विभाग ने 1334 पदों के लिए कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 27 मार्च को आयोजित की थी। 5 अप्रैल को परिणाम घोषित हुआ था। प्रदेशभर में कुल 81 केंद्रों में लिखित परीक्षा हुई थी। पुरुष पदों के लिए 60 हजार से अधिक और महिला पदों के लिए 14 हजार से अधिक उम्मीदवार सम्मिलित हुए थे।


पुलिस अधीक्षक ऊना अर्जित सेन ठाकुर ने कहा कि
शनिवार को कुछ उम्मीदवारों व उनके अभिभावकों से पूछताछ की गई है। पुलिस का मकसद उम्मीदवारों को परेशान करना नहीं है, बल्कि पेपर लीक करने वाले शातिरों को दबोचना है। ऐसे में सभी सहयोग करें।

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