आवाज़ ए हिमाचल
07 मई।हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी के बैंक खाते से 40 लाख की रकम उड़ाने वाले एक मुख्य आरोपी को पुलिस ने फरीदाबाद में दबोच लिया है। इसकी पहचान कर्ण तनेजा, निवासी हाउस नंबर 135, एनआईटी-तीन, तहसील और जिला फरीदाबाद के रूप में हुई है। उसे अदालत में पेश करने पर दस मई तक पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है। पुलिस इस मामले में अभी तक सात गिरफ्तारियां कर चुकी है। हालांकि, एक और मुख्य आरोपी फरार चल रहा है जिसे पकड़ने लिए पुलिस ने अपना जाल बिछा रखा है। पुलिस उसे जल्द दबोचने का दावा कर रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 29 जून 2020 को ओम प्रकाश पुत्र बद्री राम निवासी गांव मलकौता डाकघर व तहसील भरमौर ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके पंजाब नेशनल बैंक के खाते से अज्ञात लोगों ने नेट बैंकिंग के जरिये 40 लाख रुपये उड़ा लिए। इसका पता उसे तब चला, जब वह बैंक में पैसे निकालने पहुंचा। बैंक में उसे बताया गया कि उसके खाते में 995 रुपये बचे हैं। शिकायत मिलते ही पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी। बैंक की सीसीटीवी फुटेज निकाली गई जहां पर उन्हें छह लोग बैंक में संदिग्ध रूप से नजर आए। इसी तरह पुलिस ने तुन्नूहट्टी बैरियर की फुटेज को भी चेक किया। इन दोनों फुटेज में बैंक में दिखाई दिए लोगों का मिलाप हो गया।
उसके बाद पुलिस ने उनकी गाड़ी के नंबर के जरिये उनके ठिकाने का पता लगाया। पुलिस ने पालमपुर में जाकर छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपियों से गहनता से जांच करने पर पता लगा कि ठगी करने वाले मुख्य दो आरोपी अलग हैं जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ने जाल बिछाया। छह मई को पुलिस ने एक आरोपी को फरीदाबाद में दबोच लिया जबकि दूसरे आरोपी को पकड़ने का अभियान जारी है। इन आरोपियों से अभी तक गबन की रकम बरामद नहीं हो पाई है। इसके लिए पुलिस गंभीरता से कार्य कर रही है। चंबा के पुलिस उप अधीक्षक अभिमन्यु वर्मा ने बताया कि एक आरोपी फरार चल रहा है, उसे भी पुलिस जल्द अपनी हिरासत में ले लेगी। मामले में अब तक सात लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।