आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 27 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव पी. मित्रा का देहांत हो गया है। वे काफी समय से कैंसर से जूझ रहे थे और उनका उपचार चल रहा था । धारा 118 के तहत जमीन खरीद की मंजूरी मामले में उन पर विजिलेंस जांच चल रहा थी। राजस्व सचिव रहने के दौरान उन पर धारा 118 से संबंधित आरोप लगे थे।
वीरभद्र सरकार में मुख्य सूचना आयुक्त के पद पर तैतात रहे। अनिल खाची को राज्य चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्त करने से पहले वे इस पद पर तैनात थे। पी. मित्रा मूल रूप से दिल्ली से थे। हिमाचल में ठियोग और अन्य जगहों पर भी उनकी संपत्तियां हैं।
पी मित्रा 1978 बैच के आईएएस अधिकारी थे. 1956 में उनका जन्म हुआ था। आरोप हैं कि वर्ष 2010-11 में घूस लेकर गैर हिमाचलियों को जमीन दी गई। इसमें भ्रष्टाचार के तहत मामला दर्ज किया गया। उस समय धूमल की सरकार थी और पी मित्रा प्रमुख सचिव राजस्व थे। कांग्रेस की सरकार आने से मामला ठंडे बस्ते में चला गया। विजिलेंस की क्लोजर रिपोर्ट को सेशन कोर्ट ने स्वीकार नहीं किया था और फिर जयराम सरकार बनते ही नए सिरे से जांच की गई।