आवाज ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर
8 दिसम्बर: पीडब्ल्यूडी विभाग में सेवानिवृत हो चुके कर्मचारियों को सेवा विस्तार देने के मामले में क्षुब्ध अभियंताओं ने मंगलवार को अपने तयशुदा कार्यक्रम के तहत काले बिल्ले लगाकर रोष प्रदर्शन किया। हिमाचल प्रदेश कनिष्ठ अभियंता संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजीव कुमार ने प्रैस को जारी बयान में बताया कि बिलासपुर में रोष स्वरूप सभी अभियंताओं ने सरकार के निर्णय का विरोध किया।
उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि यदि इस निर्णय को वापिस नहीं लिया गया तो आगामी 15 दिसंबर को सभी कनिष्ठ अभियंता सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक अपने मोबाईल फोन बंद रखेंगे। उपस्थित अभियंताओं को संबोधित करते हुए ई. राजीव कुमार ने कहा कि पूरा समय लगाकर सेवानिवृत हो रहे अपने चहेतों को एक्सटेंशन दी जा रही है जबकि जबकि सैंकड़ों कर्मचारी पदोन्नति की आस लगाए बैठे हैं। ऐसे हालातों में इन कर्मचारियों के भविष्य की चिंता कौन करेगा। सरकार अपने चहेतों को इस प्रकार का विस्तार देकर अन्य कर्मचारियों के हितों के साथ खिलवाड़ कर रही है। सरकार को भी चाहिए कि वे सेवा विस्तार के पीछे की मंशा को स्पष्ट करें। उन्होंने कहा कि अभी सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के तहत एक सेवानिवृत सहायक अभियंता डाडासीबा मंडल कोटला बेहार जिला कांगड़ा को 3 दिसंबर 2020 से 2-5-2021 तक सेवा विस्तार किया गया हैं।
जो कि सरासर गलत है तथा हिमाचल प्रदेश कनिष्ठ अभियंता संघ इस सेवा विस्तार का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि इससे पहले कई बार सरकार और विभाग के आला अफसरान को पत्राचार के माध्यम से आग्रह किया जा चुका है कि किसी भी कर्मचारी को सेवा विस्तार न दिया जाए। क्योंकि इससे पदोन्नति की राह देख रहे अन्य कर्मचारियों की वरिष्ठता पर असर पड़ता है, हैरानी की बात है कि कई कनिष्ठ अभियंता पदोन्नति की राह देखेते देखते सेवानिवृत भी हो गए हैं। राजीव कुमार ने बताया कि पीडब्ल्यूडी विभाग में सहायक अभियंता के 24 पद रिक्त पड़े है और 8 पद अधिषाशी अभियंता के रिक्त पड़े हैं तथा इनकी पदोन्नति की फाइलें सचिव पीडब्ल्यूडी के कार्यालय में कई महीनों से धूल फांक रही हैं।
लेकिन सरकार पदोन्नति करने की बजाए सेवानिवृत लोगों को उनकी सेवा में विस्तार कर इनका मजाक उड़ा रही है। उन्होंने कहा कि संघ का प्रतिनिधिमंडल ने कई बार सीएम मुख्य सचिव पीडब्ल्यूडी से कई बार पत्राचार के माध्यम से मिलने का समय मांगा लेकिन अभी तक मिलने का समय नहीं दिया गया है। जो कि समझ से परे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि संघ को मिलने का समय दिया जाए ताकि वे कर्मचारियों की मांगों को उनके समक्ष रख सकें। उन्होंने मुख्यमंत्री तथा मुख्य सचिव पीडब्ल्यूडी विभाग से मांग की है कि इससे पहले कनिष्ठ अभियंताओं के आक्रोष में इजाफा हो सरकार इन सेवाविस्तार के निर्णय को वापिस ले।
इस अवसर पर संघ के जिलाध्यक्ष अनूप गौतम, कोषाध्यक्ष इं दिनेश गुप्ता, नंद लाल कौंडल, दिनेश चंदेल, बीडी कुरैशी, प्रेम लाल, संजय कुमार, इंद्र पाल, स्वाति चंदेल, विजय कुमार, कवंर अभिषेक, भूषण गुप्ता आदि मौजूद थे।