आवाज़ ए हिमाचल
कोहली, शाहपुर।
11 अप्रैल। रैत पंचायत के ब्रह्मकुटीर में आज पहले दिन “श्रीमद्भागवत कथा” भक्ति जान-यज्ञ सप्ताह के दिब्यायोजन का विधिवत शुभारम्भ किया गया। मंडपाचार्य पं वाणीविलास गैरोला एवं आचार्य पं. तुसार डिमरी ने समस्त रैत ग्रामवासियों सहित मण्डप आवहित देव-पूजन करवाया। प्रातः 10 बजे ब्रह्मकुटीर से लक्ष्मी नारायण मंदिर तक भव्य कलश भोभा यात्रा भी आयोजित की गई। रैत की सुनन्दा पठानीया ने सपरिवार ज्योति प्रज्वलित कर भागवत पूजन, व्यास-पूजन कर प्रथम दिवस के मुख्य यजमान बने।
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कथा-व्यास पं बद्री प्रसाद शास्त्रीजी ने कहा कि अरबों की अपार सम्पति वाले मुंग का पानी पीकर कर जीवन गुजार रहें हैं और गरीब आदमी दिहाड़ी लगाकर भी खुश नजर आता है। उन्होंने कहा कि दुनियाँ भर के झंझट हैं संसार में, कोई सुखी नहीं, “नानक दुखिया सब संसार, सोई सुखिया जो जपे नाम आधार” “कबीरा सब जग निर्धन धनवंता नहीं कोई, धनवंता सोई जानिए जो राम नाम गत होई।
शास्त्री जी ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा हमें सीधे भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन करवाती है। श्रीमद्भागवत एक कल्पवृक्ष है जो जीव के तापत्रय समाप्त कर हमें एहलौकिक और परलौकिक दोनों प्रकार की कामनाओं को पूर्ण करती है, लेकिन उससे पहले हमें भगवान पर विश्वास करना होगा उसके बाद भगवान हमारे जीवन को इतना अनमोल बना देते हैं कि कुछ मांगने की आवश्यकता ही शेष नहीं रह जाती। जीवन बार-बार मिल जाता है पर मानव जीवन बार-बार नहीं मिलता सभी इसका सदपयोग करें।