आवाज़ ए हिमाचल
स्वर्ण राणा,नूरपुर
10 अप्रैल।वन मंडल नूरपुर के तहत पडते वनों को आग से बचाने के लिए वन विभाग ने तैयारियां कर ली है और साथ ही फील्ड स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी है।विभागीय जानकारी के अनुसार वन मंडल नूरपुर के तहत नूरपुर, कोटला,ज्वाली,इंदौरा व रे पांच वन रेंज पड़ती है । इस वन मंडल के अंतर्गत लगभग 53401 हेक्टेयर एरिया पड़ता है, जिसमें लगभग 65 प्रतिशत एरिया आग की दृष्टि से संवेदनशील है। इसमें 59 वन विटों का लगभग 43706 हेक्टेयर क्षेत्रफल आग की दृष्टि से संवेदनशील है।
विभाग ने जंगलों को आग से बचाने के लिए तैयारियां कर ली है और सभी रेंजों में जंगलों को आग से बचाने के लिए वन मंडल नूरपुर में कंट्रोल रूम स्थापित किया है। यहां 15 अप्रैल से 15 जुलाई तक फायर सीज़न का समय है परंतु इस बार गर्मियां जल्द शुरू होने से विभाग से पहले ही तैयारियां कर ली है।विभाग ने सभी वन रेंज के तहत पड़ती वन वीटों में जंगलों की फायर लाइनों की साफ-सफाई की है ताकि जंगल मे आग लगने के समय आग इन फायर लाइन से आगे न बढ़ पाए। साथ ही विभाग ने जंगलों को आग से बचाने के लिए व उन पर नजर रखने के लिए करीब 84 फायर वाचर तैनात किए है इनमें वन रेंज नूरपुर में 21, कोटला में 14,जवाली में 13,इंदौरा में 20 व रे में 16 फायर वाचर तैनात किए है।
इसके अतिरिक्त वन विभाग ने जंगलों को आग से बचाने के लिए क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाया हुआ है और लोगों को इस बारे जागरूक किया जा रहा है। इस बारे वन मंडल नूरपुर के डीएफओ सुमन ओहरी ने बताया कि वन मंडल नूरपुर के तहत पड़ते जंगलों को आग से बचाने के लिए विभाग ने तैयारियां कर ली है और विभाग ने पांच रेंजों में 84 फायर वाचर तैनात किए है तथा नूरपुर में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया है। उन्होंने जंगलों को आग से बचाने के लिए लोगों से भी सहयोग की अपील की है।