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कांगड़ा, 8 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नूरपुर की पंचायत सुलयाली के प्राचीन मंदिर डिबकेश्वर महादेव में स्थित सरोवर में डूबते बच्चे की गांव के एक दिव्यांग युवक सन्नी पठानिया ने जान बचाई। घटना बुधवार शाम की है। करंट लगने से एक बाजू गंवा चुके सन्नी के हौसले की इलाके में जमकर तारीफ हो रही है।
डिबकेश्वर सुधार कमेटी के प्रधान राजेश भारद्वाज ने बताया कि सरोवर में नहाने के लिए सतीश कुमार पुत्र अंग्रेज सिंह ने छलांग लगाई, लेकिन 30-35 सेकंड के बाद भी सतीश बाहर नहीं निकल पाया। सरोवर में कुछ और बच्चे भी नहा रहे थे, जिन्होंने सतीश को बाहर निकालने की कोशिश।
जब उसे नहीं निकाल पाए तो बच्चे चिल्लाने लगे। बच्चों की चीखें सुनकर सन्नी वहां पहुंचा। बच्चों ने उसे सतीश के बारे में बताया। इस पर सन्नी ने हौसला दिखाते हुए तुरंत पानी में छलांग लगाई और सतीश को बेहोशी की हालत में सरोवर से बाहर निकाला।
सतीश के पेट में पानी भर गया था, जिसे निकालने के कुछ देर बाद उसे होश आया। घटना के बारे में मंदिर कमेटी प्रधान ने प्रशासन और सरकार से मांग की है कि सन्नी ने दिव्यांग होने के बावजूद जो बहादुरी का काम किया है, इसके लिए उसे पुरस्कृत किया जाना चाहिए।