आवाज़ ए हिमाचल
हमीरपुर, 8 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश के हमीपुर जिले की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगवाड़ा की पूर्व मिड-डे मील वर्कर के खाते में शिक्षा विभाग की ओर से जमा करवाई गई रकम महिला के बेटे ने मोबाइल पर गेम खेलकर उड़ा दी है।
महिला ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर उनके बेटे को मोबाइल पर पबजी समेत अन्य गेम्स खेलने की लत लगाने का आरोप भी लगाया। कहा कि उन्होंने बैंक में जाकर खाता चेक किया तो इसमें महज 6 रुपये 80 पैसे बैलेंस था। महिला का कहना है कि उनके परिवार को तंग किया गया तो विभाग के खिलाफ कोर्ट में केस करेंगी।
गुरुवार को प्रारंभिक शिक्षा विभाग के उपनिदेशक, खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी, स्कूल प्रिंसिपल और अकाउंट्स ऑफिसर ने मिड-डे मील वर्कर से बात कर उसके खाते में पिछले पांच सालों में जमा हुई डेढ़ लाख की राशि को लौटाने के लिए कहा था।
महिला ने कहा कि उनका पति दिहाड़ी-मजदूरी करता है। महिला खुद मनरेगा में काम करती है। बेटा कॉलेज में पढ़ता है। पति बीमार रहते हैं। बैंक खाते में पैसे हैं नहीं तो लौटाउंगी कहां से? मोबाइल पर गेम्स आदि खेलने और खुला खर्च आदि करने की आदत से बेटा बुरी संगत में पड़ चुका है। महिला वर्ष 2016-17 में मिड-डे मील वर्कर की नौकरी छोड़ चुकी हैं। विभाग नौकरी छोड़ने के बाद भी पांच साल तक 2500 रुपये के हिसाब से प्रतिमाह वेतन खाते में जमा करवाता रहा। बैंक में बेटे का मोबाइल नंबर दर्ज था और हर माह खाते में पैसे आने के मोबाइल पर मेसेज मिलते रहे। इसे बेटे ने मोबाइल गेम्स पर खर्च कर डाला है। वहीं, विभाग ने स्कूल प्रिंसिपल और खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी (बीईईओ)भोरंज को नोटिस जारी किया है। उपनिदेशक ने दोनों अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए मामले को शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा कि क्यों न मिड-डे मील वर्कर के खाते में गए डेढ़ लाख की रिकवरी इन दोनों शिक्षा अधिकारियों से की जाए।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग हमीरपुर के उपनिदेशक संजय ठाकुर स्कूल प्रिंसिपल और खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी (बीईईओ) भोरंज को नोटिस जारी किया है। गुरुवार को संबंधित मिड-डे मील वर्कर से बात कर पैसे लौटाने की बात की तो उसने बताया कि उसका पति मजदूरी करता है। बैंक में जमा होने वाले पैसे गूगल-पे के जरिये बेटे ने मोबाइल पर वीडियो गेम में उड़ा दिए हैं। महिला ने विभाग के खिलाफ कोर्ट केस करने की बात भी कही है।