आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 30 मार्च। प्रतिबंधित और नशीली दवाओं के अवैध कारोबार मामले में जैनेट फार्मा कंपनी के मालिक दिनेश बंसल और उसकी पत्नी सहित आठ लोगों के बैंक अकाउंट सीज किए गए हैं। नारकोटिक्स सेल की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने पंजाब के जीरकपुर और बरनाला में यह कार्रवाई की।
सीज किए गए दो खाते कंपनी के लेन-देन का हिसाब रखने वाले कर्मचारियों के बताए जा रहे हैं। मुख्य आरोपी बंसल का साथी दवा विक्रेता अंडरग्राउंड हो गया है। उसकी धरपकड़ के लिए तीन बार जांच टीम राजस्थान के सीकर में दबिश दे चुकी है। एसआईटी को सूचना मिली है कि पूरे उत्तर भारत में अवैध दवा कारोबार का धंधा चल रहा है।
छानबीन में यह भी सामने आया है कि 2018-19 में पंजाब में ड्रग्स एंड कास्मेटिक्स एक्ट के उल्लंघन को लेकर कंपनी का थोक दवा लाइसेंस रद्द भी हो चुका है। इसके साथ ही कंपनी ने 2019 में बद्दी में अपना थोक दवा व्यवसाय शुरू किया था।
पंजाब के बरनाला में भी कंपनी की एक फार्मा फैक्ट्री चल रही थी। यह पाया गया है कि दो साल के भीतर प्रतिबंधित और नशीली दवाओं के अवैध कारोबार से 100 करोड़ रुपये का लेन-देन कंपनी ने किया है। करीब 30 कंपनियां जांच के दायरे मेें है। डीएसपी स्टेट नारकोटिक्स दिनेश शर्मा ने बताया कि अवैध दवा कारोबार मामले की जांच जारी है। आरोपी बंसल और उसकी पत्नी सहित आठ लोगों के बैंक खाते सीज किए गए हैं। छानबीन में कई तथ्य सामने आए है, जिसके आधार पर आगामी जांच अमल में लाई जा रही है।