आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 29 मार्च। सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) संगठन के लीडर गुरपतवंत सिंह पन्नू के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को धमकी भरे खत दिए जाने पर शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह की अगुवाई में राष्ट्रावाद, राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए तिरंगा यात्रा निकाली गई।
इस दौरान एक किलोमीटर लंबे तिरंगे के साथ यात्रा निकाली गई। चार सौ के करीब छोटे झंडे भी लोगों ने हाथों में थाम रखे थे। तिरंगा यात्रा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अलावा युवा कांग्रेस, एनएसयूआई सहित शहर के अन्य लोग भी शामिल हुए। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि यह तिरंगा यात्रा किसी दल विशेष की नहीं है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि अलगाववादी ताकतों को जवाब देने के लिए ऐतिहासिक रिज मैदान पर एक तिरंगा यात्रा आयोजित की गई। इसमें शहर के युवा और देश की एकता व अखंडता की सोच वाले लोगों ने भाग लिया। तिरंगा यात्रा से संदेश दिया गया कि प्रदेश में ऐसी अलगाववादी संगठनों और सोच के लिए कोई जगह नहीं है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जो देश और प्रदेश की एकता और शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने का प्रयास करेगा, उसे प्रदेश की जनता मुंह तोड़ जवाब देगी। इस मामले पर पूरा प्रदेश एक है, इसमें कोई राजनीति नहीं होगी। इस मामले में वह चट्टान की तरह मुख्यमंत्री के साथ खड़े है।
पुलिस के साथ नोकझोंक, यदुपति ठाकुर ने हटाए बेरिगेड
पुलिस ने सीटीओ के पास तिरंगा यात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं को रोक दिया। पुलिस का कहना था कि सीटीओ से आगे धारा 144 लगी हुई है। नारेबाजी करना प्रतिबंधित है। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ नोकझोंक भी हुई। युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यदुपति ठाकुर ने बेरिगेड हटाए और रिज की ओर निकल गए।
29 अप्रैल को सिख फार जस्टिस ने हिमाचल की राजधानी शिमला में झंडा फहराने की धमकी दी है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा इस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं और इस देश में एक ही झंडा लहराएगा और वह तिरंगा है। यदि 29 अप्रैल को कोई हरकत करने की कोशिश की गई तो उसका मुह तोड़ जवाब देने के लिए प्रदेश का हर एक व्यक्ति खड़ा रहेगा। विधायक ने विदेश में बैठकर इस तरह की धमकी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।