आवाज़ ए हिमाचल
कोलकाता, 28 मार्च। बीरभूम हिंसा की सीबीआई जांच के बीच यहां बड़ी मात्रा में बम मिले हैं, जिससे साफ पता चलता है कि हिंसा की आड़ में पश्चिम बंगाल को सुलगाने की एक बड़ी साजिश रची जा रही थी। पुलिस को यहां के सिकंदरपुर गांव के एक फुटबाल मैदान के पास एक झोले में 30 देशी बम मिले। इसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। जानकारी के बाद सीआईडी के बम निरोधक दस्ते को बुलाकर इन बमों को निष्क्रिय कराया गया है।
गौर हो कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला में हिंसा मामले में पुलिस ने 21 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से अधिकांश राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं।
उधर, सीबीआई ने इन 21 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149 और अन्य धाराएं लगाई हैं। ये धाराएं सशस्त्र दंगे से संबंधित हैं। बीरभूम जिला के बागतुई गांव में आठ लोगों को जिंदा जलाए जाने की घटना के बाद शुक्रवार को कलकत्ता हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। इससे दबाव में आई ममता सरकार ने पुलिस को ताबड़तोड़ गिरफ्तारी का आदेश दिया था। बीते 72 घंटे में पुलिस ने 21 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर से बीरभूम हिंसा के पीछे किसी की साजिश होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि मुझे अभी भी लगता है कि इस हिंसा किसी की साजिश है, जो भी हुआ उसमें टीएमसी की कोई भूमिका नहीं है। सीबीआई को पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। लेकिन अगर एजेंसी मामले में सिर्फ भाजपा के निर्देशों का पालन करेगी, तो हम विरोध करने के लिए तैयार हैं।