आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर।
23 मार्च। जिला कांग्रेस सेवादल के महामंत्री संदीप सांख्यान ने प्रदेश व केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 4 राज्यों में भाजपा की सरकारें क्या बनी उन्होंने रसोई गैस पर 50 रुपये प्रति सिलेंडर और डीजल पर 80 पैसे प्रति लीटर दाम बढ़ाकर आम आदमी से परिहास तो किया ही है, लेकिन मार्च के महीने आम आदमी जेब पर डाका भी डाला है। इसके साथ ही बहुत सी डेली नीड्स के दाम भी बढ़ाये जा चुके है। जिनकी मूल्य वृद्धि 20 से 25 प्रतिशत हो चुकी है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें दो दिन में 1.60 रुपये बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि कल और आज में लगातार दूसरे दिन तेल का दाम 80 पैसे प्रति लीटर बढ़ा है मंगलवार को भी इसमें 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। क्यों 5 महीनों बाद, पेट्रोलियम कंपनियों ने रसोई गैस की कीमतों में इजाफा कर दिया यह समझ से परे है। रसोई गैस में बढ़े दामों से से कई जगहों में रसोई गैस के 14.2 किलोग्राम वाले सिलिंडर की कीमतें एक हजार को पार पहुंच गईं हैं।
उन्होंने कहा कि 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद पेट्रोलियम कंपनियां पेट्रोल-डीजल के साथ रसोई गैस की कीमतों में इजाफा कर यह बताने का संदेश दिया है कि वह चुनावों तक सरकार के इशारे पर नाचती रहेंगी, उसके बाद कीमतों के लेकर बेलगाम हो जाएंगी। इससे पहले पिछली बार घरेलू गैस की कीमतों में, 6 अक्टूबर 2021 को इजाफा किया गया था, बढ़े हुए कीमतों की सबसे ज्यादा मार मध्यम वर्ग और गरीब आदमी पर पड़ेगी। इसके साथ ही जो ढाबा और रेस्टोरेंट मालिक उनका भी मानना है कि इससे उनकी ग्राहकी पर भी असर पड़ेगा और लोंगो के खाने का बिल बढ़ेगा। डीज़ल के दामों में बढ़ोतरी का सीधा सा मतलब है कि हर वस्तु के दाम में बढ़ोतरी होना।