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कोलकाता, 22 मार्च। बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट इलाके में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कब्जे वाली बरशल ग्राम पंचायत के उप प्रमुख भादु शेख की सोमवार शाम को हत्या के बाद भड़की हिंसा व आगजनी ने बड़ी घटना का रूप ले लिया है। हत्या से गुस्साए टीएमसी समर्थकों ने घटना के कुछ घंटे बाद ही हमले के संदिग्धों के घरों में आग लगा दी, जिसमें 10 लोगों की जलकर मौत हो गई।
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पुलिस ने मौके से कई शव बरामद किए हैं। इस घटना से व्यापक तनाव का माहौल है। वहीं, राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में हुई हिंसक वारदात की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि यह घटना दर्शाती है कि बंगाल में आतंक और अराजकता की संस्कृति है। उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी से घटना पर ताजी जानकारी मांगी है। राज्यपाल ने ट्वीट कर कहा-‘रामपुरहाट में हुई बर्बरता देखकर काफी दुखी और चिंतित हूं।
वहीं, रामपुरहाट की घटना पर पश्चिम बंगाल के डीजीपी मनोज मालवीय ने कहा कि तृणमूल के उप प्रधान बहादुर शेख की कल रात हत्या की ख़बर आई थी जिसके एक घंटे बाद देखा गया कि पास के ही 7-8 घरों में आग लग गई है। मामले में 11 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। वहां के SDPO और रामपुरहाट के IC को हटा दिया गया है। आज सुबह 7 लोगों के शव एक ही घर से निकाले गए हैं। पहले 10 लोगों की मृत्यु कही गई थी,पहले जो मृत्यु के आंकड़े दिए गए थे वे सही नहीं थे, कुल 8 लोगों की मृत्यु हुई है। एक स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम का गठन किया भी किया गया है।
तनाव को देखते हुए इलाके में बड़ी संख्या में अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की गई है।
इधर, इस घटना के बाद राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस के तीन विधायकों का प्रतिनिधिमंडल हालात का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर जा रहा है। यह प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात करेगा। घटना की जांच के लिए राज्य सरकार ने एसआइटी का भी गठन कर दिया है। राज्य पुलिस के एडीजी (कानून व्यवस्था) ज्ञानवंत सिंह के नेतृत्व में तीन सदस्यीय एसआइटी का गठन किया गया है, जो पूरे मामले की जांच कर राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंप देगी।