होला मोहल्ला मेले से लौट रहे थे वापस
आवाज़ ए हिमाचल
ऊना, 21 मार्च। हिमा चल प्रदेश के ऊना जिला के तहत अंब उपमंडल के पंजोआ गांव में सोमवार सुबह श्रद्धालुओं से भरा एक ट्रक सड़क से नीचे पलट गया। इस हादसे में महिला सहित 2 लोगों की मौत हुई है, जबकि करीब 30 श्रद्धालु घायल हैं। वहीं पुलिस ने भी घटना के संबंध में केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि तरनतारन पंजाब के श्रद्धालु ट्रक में सवार हो कर बाबा बड़भाग सिंह होला मोहल्ला मेले से वापस लौट रहे थे। इसी बीच अंब के पास पंजोआ गांव में ट्रक सड़क से नीचे पलट गया। इस हादसे में तरनतारन निवासी 42 वर्षीय जगतार सिंह और 40 वर्षीय राज कौर की मौके पर ही मौत हो गई है। जबकि 30 से ज्यादा श्रद्धालु घायल भी हुए हैं।
डीसी राघव शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि हादसे में 2 श्रद्धालुओं की मौके पर मौत हो गई है जबकि करीब 30 श्रद्धालु घायल हुए हैं, मृतकों के परिजनों के साथ- साथ घायलों को भी फौरी राहत जिला प्रशासन की तरफ से प्रदान की जा रही है।
मेला शुरू होने से पूर्व में मालवाहक वाहनों में श्रद्धालुओं के आने पर पूर्ण प्रतिबंध की व्यवस्था भी की गई थी, लेकिन पुलिस और प्रशासन के यह प्रयास उस वक्त धरे के धरे रह गए जब अन्य राज्यों के साथ संपर्क करने के बावजूद प्रदेश की सीमाओं पर दूर-दराज क्षेत्रों से सैकड़ों की तादाद में मालवाहक वाहनों में लदे श्रद्धालु आ पहुंचे।
आस्था के नाम पर मौत का सफर
जाहिर है हाईकोर्ट के आदेशों के बावजूद जिला ऊना में आस्था के नाम पर मौत का सफर बदस्तूर जारी है। मालवाहक वाहनों में यात्रियों को लाने व ले जाने के इस सफर पर नुकेल कसने में ऊना पुलिस नाकाम साबित हो रही है। जिला के प्रवेश बैरियरों से पुलिस की नाक तले रोजाना सैंकड़ों मालवाहक वाहन श्रद्धालुओं को भरकर गुजर रहे है, लेकिन पुलिस अधिकारी व ट्रैफिक कर्मी इस पर कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। महज कुछ सौ रुपए का जुर्माना कर मौत की इस सवारी को कानूनी मान्यता दी जा रही है। पुलिस की ढील के कारण ही दर्जनों अवैध वाहन हिमाचल की सीमा में आकर पहाड़ी सफर कर रहे हैं, जिससे हर समय दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। ट्रकों व ट्रालियों में लकड़ी के फट्टे लगाकर इनको डबल डेक्कर बनाया जा रहा है और इसमें श्रद्धालुओं को भेड़-बकरियों की तरह ढूंसा जा रहा है। एक-एक गाड़ी में 50 से 80 के बीच श्रद्धालु जान हथेली पर रखकर मौत का यह सफर कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक यह मेला शांतिपूर्वक ढंग से चल रहा था लेकिन मेले के समापन के दिन मालवाहक वाहन में लदे श्रद्धालुओं के साथ पेश आया ये हादसा कई लोगों को गहरे जख्म दे गया।