कहा- विधायक और ओएसडी निठल्ले, एक मेडिसिन का चिकित्सक नहीं ला सके
आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर
19 मार्च। बिलासपुर के रिजनल अस्पताल की हालत यह हो चली है कि पिछले 11 महीनों से यहां पर एक मेडिसिन विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है। यह कहना है जिला कांग्रेस सेवादल के महामंत्री संदीप सांख्यान का। उन्होंने कहा कि जिले में ब्लड प्रेशर और शुगर के काफी रोगी है और उनको मैडिसन विशेषज्ञ की बहुत आवश्यकता रहती है। सदर विधानसभा क्षेत्र के अधीन आने वाले रीज़नल अस्पताल की हालात एक रेफरल अस्पताल से ज्यादा कुछ नहीं है, जबकि दावा 270 बेड से 300 बेड अस्पताल बनाने का किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मेडिसिन चिकित्सक जिला अस्पताल बिलासपुर में न होना इसके लिए सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक और मुख्यमंत्री जी के ओ.एस.डी सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। मुख्यमंत्री के ओ एस डी की कर्मभूमि भी बिलासपुर सदर विधानसभा क्षेत्र ही गिनी जाने लगी है जिम्मेदारी तो उनकी भी उतनी ही बनती जितनी सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक की। अगर ओएसडी साहब की बात करे तो अखबारों में बयान कांग्रेस के बड़े नेताओं के खिलाफ ऐसे देते है जैसे कांग्रेस के यह नेता विपक्ष में न होकर सत्ता पक्ष के हों, लेकिन अब इन दोनों का सदर विधानसभा क्षेत्र के विकास को लेकर इनका निठल्लापन अब जग जाहिर होने लग गया है।
उन्होंने कहा कि यदि अब भी यह दोनों बड़े नेता रिजनल अस्पताल बिलासपुर में मेडिसिन विशेषज्ञ डॉक्टर को लाने में असफल रहे हैं तो मैं उनसे अनुरोध करता हूँ क्यों न आप दोनों मुख्यमंत्री कार्यलय के आगे अनशन पर बैठ जाएं, क्योंकि लगता है कि मुख्यमंत्री का कार्यकाल आपको सीरियसली लेता ही नही है अब तो अनशन ही एक मात्र समाधान रह गया है।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों एक वरिष्ठ नागरिक को हार्ट प्रॉब्लम की वजह से जब रिजनल अस्पताल बिलासपुर में लाया गया तो सभी मौजूद चिकित्सकों ने हाथ खड़े कर दिए और कहने लगे कि यदि मरीज के परिजन कहें तो हम इनको आई.जी.एम. सी. शिमला या पी. जी. आई. चंडीगढ़ रेफर कर देते है लेकिन इस मरीज की हार्ट की बीमारी की संवेदनशीलता को देखते हुए हम कोई दवाई नहीं दे सकते है। यह तो एक वाकया है लेकिन गौर करने योग्य बात यह है कि पिछले 11 महीनों में बिना मेडिसिन विशेषज्ञ के कितने ऐसे वाक्य इस अस्पताल में हुए हैं तो उनके आंकड़े उठा कर देख लेते तो ज्यादा बढ़िया होता।