आवाज़ ए हिमाचल
शांति गौतम, बीबीएन
16 मार्च। इंस्टिट्यूट् फॉर ग्लोबल डेवेलोपमेंट द्वारा ग्लेनमार्क फाउंडेशन के सहयोग से 8 मार्च को खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अजय की अगुवाई में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थय केंद्र नालागढ़ में महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानूनों से उन्हें अवगत करवाया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य अपने स्वास्थय अधिकारों के लिए महिला को सशक्त बनाना है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अजय ने बताया महिलाएं अपने से ज्यादा घर परिवार पर अधिक समय देती हैं। यही कारण है कि वे अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पाती हैं और उनको परेशानी होने लगती हैं। एक उम्र के बाद सबमें शारीरिक व मानसिक बदलाव होते हैं। इसके कारण महिलाओं में भी कई तरह की बीमारियों की आशंका होती हैं। इससे बचने के लिए सही दिनचर्या, व्यायाम व पौष्टिक खानपान बहुत जरूरी है।
डा. अंजली व स्वास्थय कार्यकर्ता पिंकी वर्मा द्वारा महिलाओं को स्वास्थय अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। एक महिला को अधिकार है माँ बनने का, जब वह चाहे तब माँ बने, पति को चुनना उसका स्वयं का अधिकार है। महिलाओं को यह भी बताया गया कि एक माँ के ममत्व को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा जननी सुरक्षा कार्यक्रम चलाया जा रहा है। अवस्थी नर्सिंग कॉलेज व भोजिया डेंटल कॉलेज द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम द्वारा महिलाओं को स्तनपान की सही विधि के बारे में बताया गया। इसके साथ ही यह जानकारी भी दी गई कि 26 माह का मातृत्व अवकाश प्रत्येक कार्यक्षेत्र में अनिवार्य है। गर्भावस्था के दौरान होने वाले टीकाकरण की जानकारी भी दी गई।
उन्होंने महिलाओं को जागरूक करते हुए कहा कि महिला के शरीर पर उसका स्वयं का अधिकार है। वहीं ग्लेनमार्क फाउंडेशन से सुरिंदर ने महिला की सुरक्षा के लिए अन्य महत्वपूर्ण बातों की जानकारी भी दी कि अगर नारी जागरूक होगी, तो समाज जागरूक होगा और अगर नारी सुरक्षित होगी तो समाज सुरक्षित होगा। एक पंक्ति है कि “नारी सर्वत्र पूज्यंते” मतलब नारी समस्त विश्व में पूजनीय है, परंतु आज नारी को पूजा से अधिक सुरक्षा की आवश्यकता है।
इस कार्यक्रम में हेल्थ एजुकेटर, आईजीडी के परियोजनाअधिकारी बलजिंदर सिंह व उनकी टीम, स्त्री सभा से कृष्ण , आशा, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व अधिकारियो के साथ साथ 200 से अधिक महिलाएं शामिल हुई। संपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन ग्लेनमार्क फाउंडेशन के सौजन्य से किया गया और उनके द्वारा कार्यकर्म के समाप्ति पर सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को फर्स्ट एड किट वितरण की गई।