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कोहली, शाहपुर
8 मार्च। राजकीय महाविद्यालय शाहपुर में मंगलवार को राष्ट्रीय सेवा योजना एवं जीव विज्ञान के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसकी वक्ता महिला विकास के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित डॉ मनिंदर कौर रहीं।
मनिंदर कौर ने पीपीटी के माध्यम से मशरूम की विभिन्न किस्मों के विषय में बताया कि भारत में 70 प्रकार की मशरूम प्रजातियां खेती लिए उपयुक्त हैं। उन्होंने मशरूम उत्पादन के लिए कंपोस्ट बनाने, बीज की व्यवस्था, बीजाई, बीज रखने में सावधानियां, बीज भंडारण, अंकुरण तथा तुड़वाई पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि मशरूम खेती युवाओं के लिए रोजगार का एक विकल्प हो सकता है।
महाविद्यालय प्राचार्या आरती वर्मा ने सेमिनार में उपस्थित विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वर्तमान समय में महिलाओं का आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। सशक्तिकरण का महत्वपूर्ण साधन शिक्षा है। उन्होंने महिलाओं से अपने अच्छे गुणों जैसे सहनशीलता, धैर्य, उदारता आदि को और अधिक विकसित करने का आह्वान किया।
प्राचार्या ने मशरूम विषय पर कहा कि यह प्रोटीन, फोलिक एसिड,विटामिन एवं खनिजों का एक अच्छा स्रोत है, जोकि मनुष्य के शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक है और एनीमिया बसे पीड़ित व्यक्ति के लिए आयरन का महत्वपूर्ण स्रोत है। जीव विज्ञान के प्राध्यापक डॉ नीरज शर्मा ने बताया कि मशरूम का उपयोग करने से हृदय एवं कैंसर रोगों से बचा जा सकता है।
डॉ अनुपम्मा राजकीय महाविद्यालय धर्मपुर ने कहा कि विद्यार्थी रोजगार के लिए मशरूम खेती को चुन सकते हैं। डॉ चारू शर्मा ने वक्ताओं का धन्यवाद करते हुए विद्यार्थियों को मशरूम से होने वाले फायदों को अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया। महाविद्यालय परिसर में हिमाचल विकास कौशल निगम की ओर से नारी शक्ति नुक्कड़ नाटक, चित्रकला, पोस्टर मेकिंग, नारा लेखन आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।