आवाज ए हिमाचल
06 मार्च।स्वंतत्रता सैनानियों की भूमि राजगढ़ उप मंडल की उप तहसील पझौता के रोहडी में सिरमौर ज़िला के गिरीपार क्षेत्र के लगभग 144 पंचायतों के लोगों ने हाटी समिति पझौता के बैनर तले एक महा खुम्बली का आयोजन किया, जिसमे राजगढ ,रेणुका,शिलाई व पांवटा उपमंडलों की लगभग 144 पंचायतों, शिमला व चंढीगढ तथा केंद्रीय हाटी समिति के पदाधिकारियों व लोगों ने भाग लिया।यहां बता दें कि सिरमौर जिले के गिरी पार क्षेत्र की 144 पंचायतों की लगभग लाख से अधिक की आबादी जन जातीय क्षेत्र का दर्जा लेने के लिए क्षेत्र पिछले लगभग 55 सालों से मांग कर रहे है और इस मांग को लोगो ने राज्य व केंद्र सरकारों के समक्ष अनेको बार उठाया है,पर अभी तक उनकी यह मांग पूरी नही हो पाई है।
एक बार फिर पिछले लगभग आठ दस -सालो से इस मांग को लेकर क्षेत्र के लोग एकजुट हो रहे है।खुम्मलीयो व बैठकों का दौर लगातार जारी है।इसी क्रम में आज पझौता में महा खुम्बली का आयोजन किया गया, जिसमे 144 पंचायतो से हजारो लोगों ने भाग लिया। पहली बार भाजपा व कांग्रेस के नेता एक ही मंच पर दिखे, जिसमे पूर्व विधान सभा अध्यक्ष जीआर मुसाफिर,भाजपा के वरिष्ठ नेता ठाकुर चंद्र मोहन व भाजपा विधायक रीना कश्यप सहित दोनों राजनैतिक दलो के दर्जनो नेता हाटी की इस महा खुम्बली के मंच पर एक साथ दिखे, मगर शिमला के सांसद व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप इस महा खुम्बली में नजर नही आए, जबकि गत 26 फरवरी को शिलाई में आयोजित महा खुम्बली में सुरेश कश्यप उपस्थित थे।
इस महा खुम्मली को दर्जनो नेताओ ने संबोधित किया। सभी ने हाटी क्षेत्र को जन जातीय क्षेत्र घोषित करने का समर्थन किया।हाटी समिति के वक्ताओं ने कहा कि हाटी आंदोलन व इसके लाभ के बारे में घर घर जाकर विशेष कर महिलाओं व युवाओं को जागरुक करना होगा ताकि यह एक जन आंदोलन बन सके।सभी वक्ताओं ने पिछले 55 सालो से चल रहे इस हाटी आंदोलन की विस्तृत जानकारी उपस्थिति लोगों को दी।इस मौका पर केंद्रीय हाटी समिति के महांमत्री कुंदन शास्त्री ने कहा कि सर्वे व रिपोर्ट में जानबूझकर देरी की गई।
उन्होंने इस आंदोलन के उतार चढाव की पूरी जानकारी उमड़े जन सैलाब को दी।कहा कि अब सभी औपचारिकता पूर्ण कर ली गई है और मुख्यमंत्री ने 11 मार्च को इस मामले को लेकर देश के गृहमंत्री से मिलकर बात करने का आश्वासन हाटी समिति को दिया है।शास्त्री ने कहा कि अब उनकी इस मांग को राजनीतिक व प्रशासनिक रुप से वल मिलने लगा है। स्वंतत्रता सैनानी कल्याण समिति के अध्यक्ष जय प्रकाश चौहान ने कहा कि आज यहा लोग क्षेत्रबाद ,जातिवाद ,और दलगत राजनीति से उपर उठकर भारी संख्या में एकत्रित हुए है और पझौता स्वंतत्रता सैनानियों की धरती रही है, यदि जुलाई तक गिरीपार क्षेत्र को जन जातिय क्षेत्र घोषित नही किया गया तो पझौता आंदोलन के 80 सालो के बाद इसी धरती से हाटी के अधिकार के लिए एक जन आंदोलन आरंभ हो जाएगा। जिला परिषद सदस्य सतीश ठाकुर ने घर घर जाकर हाटी आंदोलन की जानकारी देने की बात कही।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष जीआर मुसाफिर ने कहा कि वे आरंभ से ही इस मांग का समर्थन करते रहे है और पूर्व कांग्रेस सरकार के समय राजगढ की छूटी हुई 19 पंचायतो को इसमे शामिल करवाने में अपना पूरा योगदान दिया था। आगे भी उनका पूरा सहयोग रहेगा। विधायक रीना कश्यप ने कहा कि वे 144 पंचायतो के लोगो के आंदोलन के साथ खड़ी है और जब तक यह मांग पूरी नही होती वे हाटी समितियो के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडी है।