आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर
3 मार्च। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सदर ब्लाक मारकण्ड के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ कुलदीप ठाकुर के दिशा निर्देश में गुरूवार को ” विश्व श्रवण दिवस” राजकीय माध्यमिक पाठशाला गौड़ में मुख्य अध्यापिका उर्मिला देवी की अध्यक्षता में मनाया गया, जिसमें हेल्थ एजुकेटर विजय कुमारी शर्मा ने बताया कि विश्व श्रवण दिवस 2022 का थीम “जीवन के लिए सुनना, ध्यान से सुनना” प्रमुख संदेश के साथ सुरक्षित श्रवण के माध्यम से श्रवण हानि की रोकथाम के महत्व और साधनों पर ध्यान केंद्रित करता है और हम सभी को इसके बारे में जानकारी रखना अत्यंत आवश्यक है।
शर्मा ने बताया कि विश्व श्रवण दिवस विश्व स्वास्थ्य संगठन बहरेपन की रोकथाम के कार्यालय द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित एक अभियान है। इस क लिए 3 मार्च जागरुकता गतिविधियां दुनिया भर में होती है। इस अभियान का उद्देश्य सुनवाई हानि की रोकथाम और बेहतर सुनवाई देखभाल की दिशा में जानकारी साझा करना और कार्यों को बढ़ावा देना है। 2016 से पहले इसे अंतर्राष्ट्रीय कान देखभाल दिवस के रूप में जाना जाता था लेकिन अब इसे विश्व श्रवण दिवस के रूप में मनाया जाता है।
उन्होंने बताया कि विश्व भर में सुनने में परेशानी के मामले लगातार बढ़ने के कारण ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ ने भविष्यवाणी की है कि 2050 तक 4 में से 1 लोगों को सुनने में परेशानी हो सकती है जो कि चिंताजनक है। क्योंकि अच्छी श्रवण शक्ति वाले व्यक्ति में ही भाषा का विकास होता है तथा वही व्यक्ति इस दुनिया में सही ढंग से अपना जीवन यापन कर सकता है।
वहरापन /सुनने में परेशानी के पीछे कारण
अनुवांशिकता, जन्म के समय जटिलता, संक्रामक रोग, कान का संक्रमण, किसी तरह की धातु या लकड़ी से कान साफ करना, लंबे समय तक भारी शोर-शराबे में रहना, ऑटोटॉक्सिक दवाइयों का उपयोग, बढ़ती उम्र आदि हो सकते हैं।
बचाव
कान में किसी भी प्रकार का बहाव या दर्द या सुनने में कोई परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर/ऑडियोलॉजिस्ट के पास जांच कराएं। कान साफ करने के लिए मुलायम कपड़े की बत्ती बनाकर ही साफ करें किसी लकड़ी या धातु का प्रयोग न करें। रेडियो- टीवी की वॉल्यूम धीमी रखें। शोर-शराबे वाली जगह पर ज्यादा देर तक न रुके। डॉक्टर की सलाह पर ही दवाई का उपयोग करें।