सीएम ने पेश किया आर्थिक सवेक्षण: प्रति व्यक्ति आय 2 लाख, विकास दर 8.3 प्रतिशत रहने का अनुमान

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आवाज ए हिमाचल  

शिमला, 3 मार्च। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में वीरवार को प्रश्नकाल के शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने सदन में हंगामा कर दिया। कांग्रेस विधायक दल ने सदन में स्थगन प्रस्ताव को नामंजूर करने पर सदन में नारेबाजी की और कांग्रेस विधायक सरकार पर कर्मचारियों से अलोकतांत्रिक व्यवहार करने का मुद्दा उठाते हुए वेल में चले गए। नारेबाजी के बीच ही स्पीकर ने सदन में प्रश्नकाल शुरू किया। सत्तापक्ष के विधायक ही इस बीच शोर-शराबे के बीच सवाल पूछते रहे, मंत्री इन्हीं के सवालों का जवाब देते रहे। 11 बजकर 17 मिनट पर विपक्ष ने वाकआउट कर दिया।

हिमाचल प्रदेश की विकास दर 2021-22 में 8.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है जोकि पिछले वर्ष 2020-21 में माइनस 5.2 प्रतिशत थी। आर्थिक सर्वेक्षण पेश करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह दी जानकारी। राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 2021-21 में 1 लाख 56 हजार 675 करोड़ रुपये से बढ़कर 2021-22 में अग्रिम अनुमानों के अनुसार 1 लाख 75 हजार 173 करोड़ रुपये होने की संभावना है। प्रति व्यक्ति आय 2020-21 में 1 लाख 83 हजार 333 रुपये से बढ़कर 2021-22 में 10.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ दो लाख 01 हजार 854 रुपये तक पहुंचना अनुमानित है। वर्ष 2021-22 के दौरान कृषि क्षेत्र में वृद्धि दर 8.7 प्रतिशत, विनिर्माण क्षेत्र में 11.3 प्रतिशत, निर्माण क्षेत्र में 13.3 प्रतिशत, व्यापार, होटल, रेस्तरां इत्यादि में 9.1 प्रतिशत की वृद्धि दर अनुमानित है।


प्रश्नकाल शुरू होने से पहले किन्नौर के कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली के मसले को उठाया। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने विपक्ष के काम रोको प्रस्ताव को स्वीकार न करने पर आपत्ति जताई। वे इस पर चर्चा करवाने पर अड़े रहे। इस प्रस्ताव की नामंजूरी पर विपक्ष के सदस्यों ने सदन में सरकार के खिलाफ नारे लगाए।

 

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यूक्रेन में हिमाचलियों के फंसे होने पर कहा कि वहां रह रहे 198 छात्र कुशल वापस पहुंच गए हैं। अभी भी 249 यूक्रेन या समीपवर्ती देशों में फंसे है। 53 बच्चे खारकीव में फंसे हैं। 163 बच्चों से संपर्क स्थापित हो गया है। अधिकारी इन बच्चों के परिवारों से मिल रहे हैं। फंसे 86 बच्चों से भी संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। चार केंद्रीय मंत्री पड़ोसी देशों में गए हैं। सकुशल वापसी का प्रयास कर रहे हैं।

सरकार लगातार केंद्र के संपर्क में हैं। जो भी इनपुट बच्चों या अभिभावकों से मिल रहा है, इस बारे में कम्युनिकेट कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी संवेदनशील होकर प्रबंध कर रहे हैं। कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने कहा कि बॉर्डर से निकलने के बाद नहीं, खारकीव, सूमी और कीव में फंसे बच्चों को लाया जाए। जो लाए जा रहे हैं, वे वही हैं जो बॉर्डर पार कर चुके हैं। सीएम ने कहा कि इस बारे में भी ज़रूरी प्रयास होंगे।

 

 

 

 

 

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