आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 23 फरवरी। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में हरोली उपमंडल के तहत बाथू में एक अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट से हुए हादसे की जांच के लिए सरकार ने डीआईजी (एनआर) सुमेधा द्विवेदी के नेतृत्व में 3 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया है। एसआईटी में कमांडेंट प्रथम आईआरबीएन बनगढ़ विमुक्त रंजन और एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर को शामिल किया गया है।
हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू की ओर से जारी आदेशों के तहत एसआईटी मामले की पेशेवर और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेगी। साथ ही मामले की विस्तृत व तेजी से जांच कर इसकी प्रगति के संबंध में समय-समय पर पुलिस मुख्यालय को सूचित करेगी।
गौर रहे कि बाथू में एक अवैध पटाखा फैक्टरी में मंगलवार सुबह करीब 10 बजे विस्फोट होने से मां-बेटी समेत 6 महिला कामगार जिंदा जल गईं, जबकि 14 अन्य झुलस गए हैं। गंभीर घायल 11 कामगार पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किए गए, जबकि तीन का इलाज क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में चल रहा है। घायलों में 12 महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं।
पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 286, 304ए व एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है। घटना के बाद फैक्टरी संचालक मौके से फरार हैं। मृतकों में तीन यूपी, दो पंजाब व एक स्थानीय महिला शामिल है।