आवाज़ ए हिमाचल
ऊना, 22 फरवरी। हिमाचल प्रदेश में पैदा हुए खाद संकट के बाद सोमवार को इफको की यूरिया खाद विभिन्न जिलों के लिए भेजी गई। कई गोदामों में खाद की खेप पहुंच चुकी है और बिक्री भी शुरू हो चुकी है, लेकिन इस बार अधिक मांग करने वाले किसानों को बोरी वाली यूरिया खाद के साथ नैनो यूरिया भी खरीदनी पड़ेगी। दरअसल 3 बोरी से ज्यादा बोरी वाली यूरिया की मांग वाले किसानों को नैनो यूरिया की 2 बोतल दी जाएंगी। इससे किसानों की 5 बोरियों की जरूरत पूरी हो जाएगी। हालांकि किसान नैनो यूरिया को खरीदने में कम रुचि दिखा रहे हैं, लेकिन तीन बोरी से ज्यादा मांग पर नैनो की बोतल खरीदनी ही पड़ेगी।
प्रदेश में इफको इस समय किसानों को नैनो यूरिया खरीदने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है, लेकिन नया उत्पाद होने के कारण किसान इसके खरीदने में कम दिलचस्पी दिखा रहे हैं। ऐसे में इफको ने बोरी वाली यूरिया के साथ इसे बेचना शुरू कर दिया है और अधिक मांग वाले किसानों को इसकी खरीद करनी ही पड़ती है।
इस संबंध में इफको ऊना के बिक्री अधिकारी मोहित शर्मा ने बताया कि नैनो यूरिया को किसी भी कीटनाशक या अन्य दवा के साथ मिलकर भी स्प्रे किया जा सकता है। कहा कि इससे किसानों का समय बचेगा। उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया के नतीजे बोरी वाली यूरिया से बेहतर हैं। उन्होंने कहा कि तीन खाद बोरी के साथ दो नैनो यूरिया भी दी जाएगी।
वहीं, म्यूरेट ऑफ पोटाश खाद सोमवार को चंडीगढ़ पहुंच गई। वहां से इसे ट्रकों में सीधे हिमफेड के स्टोरों और डिपो के लिए रवाना कर दिया गया है। यह जानकारी हिमफेड के अध्यक्ष गणेश दत्त ने दी है।