आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर
12 फरवरी। चिकित्सकों की पैन डाउन स्ट्राइक शनिवार को तीसरे दिन में प्रवेश कर गई। शनिवार को जिला भर के चिकित्सकों ने रोजाना की तरह 2 घंटे पैन डाउन स्ट्राइक की।
हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के जिला सचिव डा. प्रदीप शर्मा ने बताया कि यह स्ट्राइक हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के बैनर तले की गई । चिकित्सकों ने स्ट्राइक के दौरान मात्र एमरजेंसी के मरीजों को देखा, जबकि अन्य ओपीडी 2घंटे तक बाधित रही।
शर्मा ने बताया कि यह स्ट्राइक पहले मात्र 2 दिनों के लिए रखी थी परन्तु प्रदेश सरकार की इस बारे में कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आई जिसके बाद एसोसिएशन ने शुक्रवार शाम को बैठक कर यह निर्णय लिया कि इस पैन डाउन स्ट्राइक को एक सप्ताह तक बढ़ाया जा। यदि प्रदेश सरकार एक सप्ताह की पैन डाउन स्ट्राइक के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं करती है तो सभी चिकित्सक हड़ताल पर चले जाएंगे, जिसकी सारी जिम्मेवारी प्रदेश सरकार की होगी ।
उन्होंने मांग की है कि हिमाचल में पंजाब की तर्ज पर एनपीए 237600 होना चाहिए। इसके साथ ही 4-9-14 टाइम स्केल पदोन्नति बंद नहीं होना चाहिए, चिकित्सको को कोविड इन्सैटिव दिया जाए, जोकि अभी तक नहीं दिया गया है।
वेतन विसंगतियों को लेकर चिकित्सक संघ प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी मिल चुका है पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई इसको लेकर जिला भर में पिछले 3 दिनों से 2 घंटे के लिए पैन डाउन स्ट्राइक की गई। इसके बाद अब एसोसिएशन की बैठक में आगामी रणनीति बनाई जाएगी। यदि सरकार शीघ्र इस बारे में कोई सुनवाई नहीं करती है तो आन्दोलन का रास्ता अपनाने से परहेज नहीं किया जाएगा।