आवाज़ ए हिमाचल
मंडी, 9 फरवरी। एमबीबीएस काउंसलिंग में पारदर्शिता लाने के लिए अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी ने तैयारी शुरू कर दी है। अगले सत्र होने वाली काउंसलिंग से पहले यूनिवर्सिटी फर्जी मामलों को रोकने के लिए सॉफ्टवेयर में बदलाव करेगी। इसमें अलॉटमेंट कार्ड पर विशेष प्रकार की कोडिंग होगी। इसमें कोई भी गलत जानकारी देने की गुंजाइश नहीं रहेगी।
गलत जानकारी देने वालों को तुरंत यह सॉफ्टवेयर पकड़ लेगा। यूनिवर्सिटी प्रबंधन सॉफ्टवेयर बनाने के लिए विशेषज्ञों से सलाह ले रही है। कांगड़ा में आए फर्जी मामले को ध्यान में रखते हुए अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी की ओर से यह फैसला लिया गया है।
परीक्षा नियंत्रक प्रवीण कुमार का कहना है कि मेडिकल यूनिवर्सिटी की ओर से फर्जीवाड़े को रोकने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। विशेष होलोग्राम लगाया जा सकता है।
बता दें कि कांगड़ा में एक युवती ने घरवालों को गुमराह करने के लिए ड्रामा रचा था, जिसमें एमबीबीएस का जाली अलॉटमेंट लेटर बनाकर टांडा मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने पहुंच गई थी। मगर इस लैटर पर पहले ही शिमला में एडमिशन हो चुकी थी। कॉलेज प्रशासन ने जब शक होने पर छानबीन की तो यह लैटर जाली निकला। उधर, इस मामले की जांच पुलिस कर रही है।