आवाज़ ए हिमाचल
07 फरवरी।हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर संघ की संयुक्त कार्यकारिणी की बैठक सोमवार को वर्चुअल माध्यम से हुई। इसकी अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. राजेश राणा ने की। बैठक में पदाधिकारियों ने बताया कि सरकार चिकित्सकों के प्रति गंभीर नहीं है।
वेतन विसंगतियों के लिए सरकार ने प्रदेश के पांच अन्य कर्मचारी संघों को बैठक के लिए बुलाया, लेकिन सभी चिकित्सक संघों को दरकिनार किया गया। बैठक का संचालन करते हुए प्रदेश महासचिव डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने संयुक्त संघर्ष समिति की मांगों का ब्योरा सदस्यों के सामने रखा। उसके बाद संघर्ष की रूपरेखा बनाई गई।
निर्णय लिया कि 10 फरवरी से एक हफ्ते तक प्रदेश के सभी चिकित्सक सुबह 9:30 से 11:30 बजे तक पेनडाउन हड़ताल करेंगे। इस दौरान गेट मीटिंग भी करेंगे। अगर सरकार ने एक हफ्ते में उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दिया तो इस संघर्ष को तेज किया जाएगा और संपूर्ण हड़ताल की जाएगी।
पेन डाउन हड़ताल के दौरान आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी। बैठक में हिमाचल प्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन की तरफ से डॉ. राजेश सूद, डॉ. मुकुल भटनागर, डॉ. हर्षवर्धन चौहान, रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन से डॉ. विशाल जंवाल, डॉ. मनोज ठाकुर, डॉ. अक्षत पुरी, हिमाचल प्रदेश वेटरनेरी ऑफिसर संघ से महासचिव डॉ. मधुर गुप्ता,
हिमाचल प्रदेश डेंटल मेडिकल ऑफिसर संघ की तरफ से डॉ. अरुण राणा,प्रदेश मेडिकल अफसर संघ से उपाध्यक्ष डॉ. चांदनी राठौर, संयुक्त सचिव दुष्यंत ठाकुर, कोषाध्यक्ष डॉ. प्रवीण, जिला प्रधान डॉ. विकास ठाकुर, डॉ. जितेंद्र रुड़की, सचिव डॉ. विजय राय, चंबा जिला प्रधान डॉ. दिलबाग ठाकुर, डॉ. गंगा, डॉ. नीरज और अन्य मौजूद रहे।