आवाज ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर
5 फरवरी। यदि तीन मई 2022 तक सरकार ने अपने वायदे पर अमल करते हुए एनएचएम के लिए एचआर पाॅलिसी नहीं बनाई तो आंदोलन फिर से शुरू होगा तथा यह और उग्र होगा।
बिलासपुर में आयोजित पत्रकारवार्ता में यह बात एनएचएम बिलासपुर इकाई के अध्यक्ष विशाल शर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि एनएचएम के तहत चिकित्सक से लेकर चालकों तक का शोषण हो रहा है। दो दशकों से एनएचएम के तहत काम करते हुए अभी तक नियमित होने के कोई चांस निकट भविष्य में नजर नहीं आ रहे हैं। हर साल शपथ पत्र के माध्यम से अपने सेवाकाल को जीवित रखने की प्रथा से यह वर्ग छुटकारा पाना चाहता है लेकिन हैरानी का विषय है कि महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में भी लोगों की जान बचाने वालों का भविष्य तक सुरक्षित नहीं है। गुणवता के मामले में एनएचएम वर्ग अपना शतप्रतिशत देकर विभाग की गरीमा को बनाए हुए है लेकिन सरकारों की ओर से इस वर्ग को अभी तक दरकिनार ही किया गया है।
उन्होंने कहा कि दो फरवरी को बिलासपुर में एनएचएम द्वारा पैन डाउन हड़ताल की गई थी जबकि तीन को काम छोड़ो आंदोलन की राह पकड़ी गई। इसी दौरान प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री तथा एनएचएम निदेशक व अन्य आलाधिकारियों के साथ हुई वर्चुअल बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सहजल ने आश्वस्त किया कि अगले तीन महीनों में इस वर्ग के भविष्य को देखते हुए एचआर पाॅलीसी फ्रेम कर दी जाएगी। जिस पर एनएचएम ने अपने संघर्ष को होल्ड पर रख दिया है।
विशाल शर्मा ने कहा कि सरकार के आश्वासन के तीन महीने बीतने तक सभी एनएचएम कर्मचारी इंतजार करेंगे, यदि इस काल के दौरान उनकी मांग को नजरअंदाज किया गया तो आंदोलन का प्रारूप उग्र होगा तथा इसकी सारी जिम्मेवारी प्रदेश सरकार पर होगी। विशाल शर्मा ने बताया कि वर्तमान में जिला बिलासपुर में 76 तथा पूरे प्रदेश में 1700 एनएचएम कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैे।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के काल में इस वर्ग ने दिन रात मानवता की सेवा की तथा किसी भी मोर्चे पर वे विफल नही रहे हैं। दिन रात सेवा करने वाले इस वर्ग की प्रदेश सरकार द्वारा दरकिनारी असहनीय है। यही नहीं स्वास्थ्य विभाग के अन्य प्रोजेक्टस में भी यह वर्ग अपनी भागीदारी सुनिश्चित करता है।
उन्होंने सरकार को एक बार फिर चेेताया है कि एनएचएम कर्मियों के भविष्य को लेकर यदि सरकार संवेदनशील नहीं होती है तो सभी एनएचएम कर्मी उग्र आंदोनल के लिए बाध्य होंगे।
इस पत्रकारवार्ता में महासचिव गौरव शर्मा, प्रेस सचिव मंजीता शर्मा व मुख्य सलाहकार ज्योती कंवर शामिल थे।