आवाज़ ए हिमाचल
राजगढ़, 3 फरवरी। प्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जीआर मुसाफिर ने केंद्र सरकार के बजट को निराशाजनक और आंकड़ों का मायाजाल बताया ।
एक प्रैस ब्यान मे मुसाफिर ने कहा कि बजट में न किसानों और बागवानों के लिए कोई प्रावधान किया और न ही बेरोजगारी और महंगाई के लिए कोई योजना बनाई गई। इससे यह साफ जाहिर होता है कि केंद्र सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है।
उन्होंने कहा कि न किसानों की आय दोगुना हुई, न मध्यम वर्ग को टेक्स में कोई छूट मिली, न महंगाई से राहत मिली न मनरेगा के बजट में बढ़ोतरी हुई।
उन्होंने कहा, नई नोकरियों के सृजन और रोजगार गारंटी का बजट में कोई उल्लेख नहीं है। पिछले वर्ष के बजट की जो घोषणाएं थी वो भी पूरी नहीं हुई हैं। सिर्फ आंकड़ों के जाल का तानाबाना बुना गया है जिसमें अच्छे दिनों के लिए अभी और 25 साल इंतजार करना पड़ेगा
उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश में डबल इंजन की सरकार भी प्रदेश के लिये विशेष आर्थिक पैकेज लाने में असफल रही है एक ओर जहां प्रदेश के 3 सासंद जिनमें एक केंद्रीय मंत्री भी है वह अपने प्रदेश के लिये कोई भी बड़ी योजना नहीं बना सके, जबकि उन्होंने चुनावों के समय प्रदेश में 69 नेशनल हाइवे, सभी उद्योगिक क्षेत्रों को रेल लाइनों से जोड़ने का वादा और प्रदेश के जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय घोषित करने का वादा किया था परन्तु इस बार के बजट में इसके लिय कोई प्रावधान नहीं हुआ।