आवाज़ ए हिमाचल
जीडी शर्मा,राजगढ़
30 जनवरी।29 जनवरी को पद्म श्री बाबा पंथ शिरोमणि इकबाल सिंह के दुखद निधन के बाद, डॉ दविंदर सिंह को सर्वसम्मति से ट्रस्ट के अगले अध्यक्ष के रूप में घोषित किया गया है।
बाबा जी के साथ डॉ दविंदर सिंह की यात्रा 35 साल पहले शुरू हुई,जब उन्होंने दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में एक चिकित्सा विशेषज्ञ (इंटर्निस्ट फिजिशियन) के रूप में अपना पेशा छोड़ दिया और स्वयंसेवक की इच्छा को पूरा करने व मानवता की सेवा करने के लिए बारू साहिब आए। उन्होंने एक दिव्य आशीर्वाद के रूप में बाबा जी के हर कदम का बारीकी से पालन किया।
डॉ दविंदर सिंह ने कहा, “मैं उन सभी संतों और शुभचिंतकों का आभारी हूं जो स्वर्गीय श्री बाबा इकबाल सिंह जी के दाह संस्कार में आए थे। बाबा जी की दूरदर्शिता ने ‘गुर-सिखी’ का सही मायने में अनुसरण किया है। मेरे जैसे सेवादारों के लिए और दूसरों के लिए एकमात्र प्रेरणा। मुझे याद है कि 103 के तेज बुखार के साथ भी, बाबा जी अपनी सुबह की प्रार्थना के लिए गुरुद्वारा साहिब जाने से कभी नहीं चूकते थे, और वही मूल्य उन्होंने सभी बच्चों के दिलों में डाला है ।
मैं बाबा जी का एक बहुत ही तुच्छ सेवादार हूं, मुझे नहीं पता कि मैं कितना कुछ दे सकता हूं, लेकिन अपने गुरु के आशीर्वाद और यहां सभी के आशीर्वाद से, हम एक साथ नेतिक मूल्य-आधारित व आध्यात्मिक शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के साथ मानव जाति की सेवा करना जारी रखेंगे। बाबा जी ने हमेशा अगली पीढ़ी पर और भी अधिक समर्पण के साथ कार्यभार संभालने पर भरोसा किया। मेरे प्यारे गुरु बाबा इकबाल सिंह जी की महानता ऐसी थी।”
केवल दस वर्षों में, वह 17 अकाल अकादमियों से कुल 117 अकादमियों तक विकसित होने में सक्षम थे।
समारोह का आयोजन अरदास के साथ अंतिम संस्कार के बाद किया गया। अकाल तख्त के सिंह साहिब ज्ञानी मलकीत सिंह ने कलगीधर ट्रस्ट के अन्य ट्रस्टियों के साथ डॉ दविंदर सिंह को सरोपा पहनाया और उनको ट्रस्ट का अगला उत्ताधिकारी घोषणा किया।स्वर्गीय बाबा इकबाल सिंह जी की अस्थियां बरू साहिब में रहेंगी।