आवाज़ ए हिमाचल
23 जनवरी।विजिलेंस ने बिलासपुर में प्रधानमंत्री विकास योजना के तहत नेशनल क्वालिटी मानीटर करने पहुंचे एक केंद्रीय अधिकारी को 2.16 लाख रुपये की घूस के साथ एक निजी होटल से गिरफ्तार किया है। शिकायत मिलने पर की गई कार्रवाई के बाद विजिलेंस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 और 13(2) के तहत केस दर्ज कर लिया है। कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपी को 27 जनवरी तक रिमांड पर ले लिया है। अधिकारी पर आरोप है कि सड़कों की सही रिपोर्ट बनाने के लिए वह ठेकेदारों से रिश्वत ले रहा था।
बता दें कि कुछ दिन पहले एनसीटीई की ओर से भेजे तीन शिक्षक भी शिक्षण संस्थानों से रिश्वत लेते हुए विजिलेंस ने कांगड़ा में गिरफ्तार किए थे। जानकारी के अनुसार नेशनल रोड डेवलपमेंट एजेंसी का अधिकारी राधेश्याम निवासी कोटा, राजस्थान 18 जनवरी से बिलासपुर में प्रधानमंत्री ग्रामीण विकास योजना के तहत बनी सड़कों का निरीक्षण कर रहा था। इससे पहले अधिकारी ने मंडी में भी सड़कों का निरीक्षण किया और उनकी गुणवत्ता की रिपोर्ट तैयार की है।
अब जब अधिकारी बिलासपुर में सड़कों का निरीक्षण कर उनकी रिपोर्ट तैयार कर रहा था तो विजिलेंस को सूचना मिली कि अधिकारी ने सड़कें बनाने वाले ठेकेदारों को सड़क निर्माण की सही रिपोर्ट देने के लिए रिश्वत ली है। उसके बाद जांच एजेंसी ने केंद्रीय अधिकारी पर नजर रखी। वहीं शनिवार देर रात को जब डीएसपी विजिलेंस संजय ने टीम के साथ सुंगल के एक निजी होटल जहां पर अधिकारी ठहरा था, दबिश दी तो अधिकारी के पास से 2.16 लाख रुपये कैश बरामद हुआ। अधिकारी को कैश के साथ गिरफ्तारी के साथ ही मंडी में ठेकेदारों को गुणवत्तापूर्ण सड़कें बनाने की क्लीन चिट पर भी सवाल उठने लगे हैं।
सड़कों के निरीक्षण के लिए पहुंचे केंद्रीय अधिकारी से कैश बरामद होने पर उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। कोर्ट में पेश कर उसे 27 जनवरी तक रिमांड पर लिया है। जांच की जाएगी कि बिलासपुर में किन सड़कों की रिपोर्ट तैयार हुई थी। यह भी पता किया जाएगा कि मंडी में भी अधिकारी ने सड़कों की सही रिपोर्ट देने के लिए भ्रष्टाचार तो नहीं किया है।
– संजय, डीएसपी विजिलेंस, बिलासुपर