आवाज ए हिमाचल
05 जनवरी।हिमाचल प्रदेश कैबिनेट ने कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते राज्य में रात 10 से सुबह 5 बजे तक एक बार फिर रात्रि कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है। प्रदेश में दो दिन के भीतर पॉजिटिव मामले बढ़ने और कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बुधवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में कई कड़े फैसले लिए गए। सूबे में नो मास्क नो सर्विस व्यवस्था लागू रहेगी। रात्रि कर्फ्यू बुधवार रात से ही लागू कर दिया गया है। आवश्यक वस्तुओं वाले वाहन चल सकेंगे। कैबिनेट की बैठक के बाद सरकार ने जिलों की सीमाओं को सील करने के निर्देश दिए हैं। वाहनों की चेकिंग के बाद ही गाड़ियों को प्रदेश में प्रवेश करने दिया जाएगा।इसके अलावा इंडोर गतिविधियां, विवाह समारोह में बैंक्वेट हाल आदि में अब क्षमता से 50 फीसदी लोग ही एकत्र हो पाएंगे। लंगर, सिनेमाघर, स्पा, स्वीमिंग पूल, खेल परिसर, स्टेडियम, मल्टीप्लेक्स, जिम नहीं खुलेंगे, जबकि होटल और रेस्त्रां खुले रहेंगे। कैबिनेट में हुए निर्णय के बाद आपदा प्रबंधन बोर्ड ने नाइट कर्फ्यू के संबंध में अधिसूचनाएं जारी करना शुरू कर दीं। बैठक में स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के बारे में विस्तार से प्रस्तुति दी। प्रदेश में बढ़ते मामलों पर चिंता जताई गई। कई बाहरी राज्यों में नाइट कर्फ्यू और अन्य बंदिशें लगाने का भी तर्क दिया गया। करीब साढ़े तीन महीने से हिमाचल में कोरोना के 50 और इससे कम मामले आ रहे थे। बीते शुक्रवार और शनिवार को ही सक्रिय मामलों में बढ़ोतरी हुई है।
स्कूल बंद करने पर स्थिति के अनुसार होगा फैसला
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि शीतकालीन स्कूल और कॉलेज 5 फरवरी तक बंद हैं। ग्रीष्मकालीन स्कूलों में अभी 8 जनवरी तक सर्दियों की छुट्टियां हैं। भारद्वाज ने कैबिनेट बैठक के बाद कहा कि आने वाले दिनों में स्थिति के अनुसार 8 जनवरी तक मुख्यमंत्री के स्तर पर इस बाबत फैसला लिया जाएगा।
पहले की तरह चलती रहेंगी अंतरराज्यीय बसें
हिमाचल प्रदेश में अंतरराज्यीय बसें पहले की तरह चलती रहेंगी। इन पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। कोविड के मामले बढ़े तो इनके बारे में भी अलग से निर्णय लिया जा सकता है।
10:30 बजे के बाद शुरू हुई कैबिनेट बैठक के बीच करीब एक बजे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पंजाब मेें प्रस्तावित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रमों में ऑनलाइन जुड़ने के लिए उठे। इनमें हिमाचल प्रदेश से जुड़ने वाले एनएच अमृतसर-घोमान-टांडा और राज्य के सीमावर्ती तलवाड़ा-मुकेरियां न्यू ब्रॉडगेज रेल लिंक प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास होना था। पंजाब में हुए विवाद के बाद कार्यक्रम टला तो इसके बाद सीएम दोबारा कैबिनेट की बैठक में लौटे।