परिचित करवाने के साथ साथ प्राचीन परम्पराआंे को जीवित रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि बिलासपुर जिले की प्राचीन धरोहर महाऋषि व्यास गुफा को रेलवे ट्रैक निमार्ण के समय रेलवे से कोरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के अन्र्तगत इस प्राचीन धरोहर का जीर्णोधार कर इसे पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित किया जाएगा। उन्होंने व्यास समिति को सुझाव दिया कि उत्सव के दौरान आरम्भ में या अंत में दो दिन विशेष रूप से कहलूरी संस्कृति व कला को समर्पित किए जाएं ताकि विलुप्त हो रही प्राचीन कला व संस्कृति को संजोकर उसके प्रचार प्रचार को भी सुनिश्चित किया जा सके। उपायुक्त ने समिति सदस्यों को उत्सव के स्थान, आयोजित की जाने वाली,
गतिविधियों का पूर्ण ब्योरा तैयार कर इसे आगामी बैठक में प्रस्तुत करने का आग्रह किया ताकि इस आयोजन को सफल व ऐतिहासिक बनाया जा सके। बैठक में भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग निदेशक पंकज ललित ने भी उत्सव के आयोजन बारे अपने सुझाव समिति के सदस्यों के साथ सांझा किए और उन्हें आश्वस्त किया कि विभाग इसके लिए भरपूर सहयोग प्रदान करेगा। बैठक में नगर परिषद एवं व्यास नगर समिति के अध्यक्ष कमलेन्द्र कश्यप, चमन गुप्ता, शक्ति सिंह चंदेल, कुलदीप सिंह चंदेल, एडवोकेट तेजस्वी शर्मा, विजयराज उपाध्याय, कर्ण चंदेल, पयूष कांगा, एडवोकेट आदित्य मोहन शर्मा सहित व्यास नगर समिति के कार्यकारिणी के सभी सदस्य भी उपस्थित थे।