आवाज़ ए हिमाचल
29 दिसंबर। पूरी दुनिया में कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने आतंक मचा दिया है। इसी दौरान हाल ही में एक रिसर्च की स्टडीज में कहा में कहा गया है कि ओमिक्रॉन स्वरूप लोगों में तेजी से फैल रहा है, जिससे नए संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है। हालांकि, इससे होने वाली मौतों को लेकर वैज्ञानिकों ने कोई बड़ा दावा नहीं किया है। दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन के डेटा की बात की जाए तो सामने आता है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने या उनकी मौत होने के मामले बेहद कम हैं। इसके बाद भी रि-सर्चर्स अभी पूरी दुनिया से अपील कर रहे हैं कि उन्हें इसके असर को देखने के लिए रुकना चाहिए,
और पूरे एहतियात बरतने चाहिए। हालांकि इस बीच कई डॉक्टरों की तरफ से दावा किया जा रहा है कि ओमिक्रॉन काफी कम घातक है। इस लिए सरकारों को इसे लॉकडाउन और कर्फ्यू लगाकर रोकने के बजाय पूरी आबादी में फैलने देना चाहिए। जिन चिकित्सकों की तरफ से यह बात कही गई है, उनमें एक बड़ा नाम अमेरिकी डॉक्टर एफशाइन इमरानी का प्रकाश में आया है, जो कि कैलिफोर्निया स्थित लॉस एंजेलिस के जाने-माने हार्ट स्पेशलिस्ट हैं और कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने सैकड़ों कोरोना मरीजों को संभालने में मदद की है।