आवाज ए हिमाचल
27 दिसंबर।विजय हजारे क्रिकेट ट्रॉफी के 19 साल के इतिहास में हिमाचल प्रदेश ने रविवार को इतिहास रच दिया। कैप्टन ऋषि धवन की अगुवाई में हिमाचल ने फाइनल में पांच बार के चैंपियन रहे तमिलनाडु को 11 रन से हरा दिया। शुभम अरोड़ा (नाबाद 136), अमित कुमार (74), ऋषि धवन (नाबाद 42) जीत के हीरो रहे। खराब मौसम के कारण मैच रोकना पड़ा। वीजेडी (द वी जयादेवन) सिस्टम के आधार पर हिमाचल 11 रन से विजेता बना।
हिमाचल प्रदेश की टीम ने 36 साल बाद किसी बड़ी प्रतियोगिता को जीतने का सूखा खत्म किया। प्रदेश की टीम 1985 से रणजी ट्रॉफी में खेल रही है। तब से लेकर आज तक टीम ने कोई बड़ा खिताब नहीं जीता।हिमाचल पहली बार प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचा था। तमिलनाडु ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 314 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। दिनेश कार्तिक ने 116 रन की पारी खेली। इसके अलावा इंद्रजीत 80 और शाहरुख खान ने अंतिम ओवरों में 21 गेंदों पर 42 रन की पारी खेली। हिमाचल के गेंदबाजों ने अच्छी शुरुआत की। एक समय तमिलनाडु के 40 रन पर चार विकेट गिर गए थे। हिमाचल के कप्तान ऋषि धवन ने तीन विकेट झटके।
इसके अलावा पंकज जायसवाल ने शानदार गेंदबाजी करते हुए तमिलनाडु के चार विकेट झटके। बल्लेबाजी में भी हिमाचल की शुरुआत अच्छी रही। ओपनर शुभम अरोड़ा और प्रशांत चोपड़ा ने पहले विकेट के लिए 60 रन जोड़े। प्रशांत 21 रन बनाकर आउट हुए। हालांकि, इसके बाद बल्लेबाजी करने आए दिग्विजय रांगी खाता नहीं खोल सके। निखिल गांगटा ने 18 रन की पारी खेली।
गांगटा के आउट होने के बाद अमित कुमार ने शुभम अरोड़ा के साथ मोर्चा संभाला और 150 रनों की साझेदारी की। अमित ने 74 रन की दमदार पारी खेली और हिमाचल को जीत के नजदीक पहुंचाया। कप्तान ऋषि धवन ने 23 गेंदों पर नाबाद 42 रन बनाए। हिमाचल को जीत के लिए 15 गेंदों में 16 रन चाहिए थे। उसी समय मौसम खराब हो गया। वीजेडी सिस्टम के आधार पर हिमाचल को विजेता घोषित किया गया। 136 रन की नाबाद पारी खेलने वाले हमीरपुर के युवा बल्लेबाज शुभम मैन ऑफ द मैच रहे।