आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
17 दिसंबर।तिब्बती मार्किट के साथ लगते उपरी छोर पर रास्ते के किनारे सामान रखकर अपना व अपने परिवार का पेट पालने वाले कुछ लोगों को वीरवार को नगर परिषदने जबरन उठा दिया, जिससे एक बार फिर से इन परिवारों पर रोजी रोटी पर संकट आ गया है। प्रशासन द्वारा की गई इस प्रकार की कार्रवाई से खफा संयुक्त व्यापार मंडल ने कड़ा एतराज जताया है। संयुक्त व्यापार मंडल के प्रधान नरेंद्र पंडित ने कहा कि इस प्रकार की कार्रवाई से सरकार की छवि को नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि यह लोग चिन्हित स्ट्रीट वैंडर्स हैं तथा अपना पेट पाल रहे हैं। नप प्रशासनिक अधिकारियों को चाहिए कि यदि इन लोगों पर कार्रवाई करनी है तो कम से कम जनप्रतिनिधियों यानि पार्षदों को तो विश्वास में ले लेते। प्रधान नरेंद्र पंडित ने कहा कि दो साल कोरोना की जबरदस्त मार झेलने के बाद गरीब तबका अपनी रोजी रोटी कमाकर व्यवस्था को पटरी पर ला रहा है लेकिन ऐसे में प्रशासन को चाहिए था कि गरीब तबके से सहयोगात्मक तरीके से पेश आए, लेकिन उनको उनके स्थान से उठा देना जायज नहीं है। उन्होंने कहा कि गरीब तबका अपनी लाॅकडाउन की मार से उभर नहीं पाया है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई, दवा दारू और अन्य दायित्वों की पूर्ति के लिए लोग अभी भी जद्दोजहद कर रहे हैं। हालात अभी तक पूरी तरह से सामान्य नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार नीतियों के तहत रेहड़ी फड़ी वालों यानि कि दिन भर मेहनत मजदूरी करने वालों के भी अपने अधिकार हैं तथा सरकार इन्हें समय-समय पर प्रोत्साहित भी करती है। लेकिन इन लोगों की रोजी रोटी छीनने से पहले उनकी वैकल्पिक व्यवस्था का प्रबंध भी प्रशासन को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वीरवार को पंचायत भवन के सामने नगर परिषद प्रशासन द्वारा इस प्रकार की कार्यवाही को अंजाम दिया गया है। प्रधान नरेंद्र पंडित ने कहा है कि जिस भी वार्ड में प्रशासन द्वारा इस प्रकार की कार्यवाही की जानी तय है वहां पर प्रशासन उस वार्ड के पार्षद को साथ ले तथा पार्षद की संस्तुति के बाद ही कार्यवाही अमल में लाई जाए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार पिक एंड चूज की नीति को बढ़ावा नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले को वे सदर विधायक सुभाष ठाकुर के समक्ष प्रस्तुत कर उचित कार्यवाही की मांग करेंगे।