आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा बिलासपुर
15 दिसंबर। भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश कार्यालय बिलासपुर द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव श्रृ्रंखला के अन्तर्गत राज0 वरि0 माध्यमिक पाठशाला दसगांव तथा गीता आश्रम धारटटोह, गोसदन धार के समीप त्यागेश्वरानन्द आश्रम में अन्तर्राष्ट्रीय गीता जयन्ती के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करवाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री रामानुज संस्कृत महाविद्यालय पंजगाई के अध्यक्ष स्वामी राममोहन द्वारा की गई । सरस्वती वन्दना दिनेश एवं सहपाठियों द्वारा प्रस्तुत की। स्वामी राममोहन ने अपने सम्बोधन में कहा कि लोगों को श्रीमद्भगवद गीता के उपदेशों को जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर त्यागेशवरानन्द त्यागी ने भी गीता के महत्व पर बल देते हुए गीता के पठन-पाठन को नितांत आवश्यक माना। रामानुज महाविद्यालय के प्राचार्य श्यामलाल शर्मा ने गीता को क्यों पढ़ना चाहिए इस पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए ‘‘ गीता को सुगीत करने के पर बल दिया। इस अवसर पर ज़िला भाषा अधिकारी रेवती सैनी ने कहा कि हमें गीता के उपदेशों का अनुसरण करना चाहिए तथा सन्तों, महात्माओं के प्रवचनों से लोगों को लाभ उठाकर अपने जीवन में उतारने का अनुग्रह किया।
इस अवसर पर कल्याण आश्रम सोलग के अध्यक्ष स्वामी बाबा राधीका दास, ओमानन्द महाराज भी उपस्थित रहे। संस्कृत महाविद्यालय की छात्रा माही शर्मा ने गीता पर गीतिका प्रस्तुत की जिसे लोगों ने काफी सराहा। गीता विद्यापीठम की प्राचार्य अल्का चन्देल ने बच्चों को गीता भाषण, व श्लोकोच्चारण करवाया। इस अवसर पर बच्चों द्वारा स्वागत गीत, संस्कृत गीत, श्रीमद्भागवत गीता श्लोक, श्लोकोच्चारण, कविता, गीता स्वाध्याय से मोक्ष प्राप्ति, मोक्षप्राप्ति का साधन गीता, वैदिक मंत्र इत्यादि प्रस्तुत किए।