आवाज़ ए हिमाचल
13 दिसंबर। भारत ने 21 साल बाद एक बार फिर मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम कर लिया है। चंडीगढ़ की हरनाज संधू (21) ने मिस यूनिवर्स का यह खिताब जीतने में कामयाबी हासिल की है। इससे पहले वर्ष 2000 में भारतीय सुंदरी लारा दत्ता ने यह खिताब जीता था। उनसे पहले 1994 में सुष्मिता सेन मिस यूनिवर्स बनी थीं। इजरायल के इलियट में आयोजित 70वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में 21 वर्षीय संधू ने यह खिताब अपने नाम किया। संधू को वर्ष 2020 की मिस यूनिवर्स मेक्सिको की एंड्रिया,
मेज़ द्वारा मिस यूनिवर्स का ताज पहनाया गया। रिपोर्ट के अनुसार संधू ने 79 प्रतिभागियों को पछाड़ कर मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम किया है। मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में पराग्वे की नादिया फरेरा प्रथम उपविजेता रहीं, जबकि दक्षिण अफ्रीका की लालेला मसवाने को द्वितीय उपविजेता घोषित किया गया। इस प्रतियोगिता के अंतिम चरण में प्रतिभागियों से सवाल किया गया था कि वर्तमान समय के दबावों से निपटने के लिए युवा महिलाओं को आप क्या सलाह देंगी। इसके जवाब में संधू ने कहा,
आज का युवा जिस सबसे बड़े दबाव का सामना कर रहा है, वह है खुद पर विश्वास करना। यह जानने के लिए कि आप अद्वितीय हैं, यही आपको सुंदर बनाता है। अपनी तुलना दूसरों से करना बंद करें और दुनियाभर में हो रही अधिक महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बात करें। उन्होंने कहा कि यही आपको समझने की जरूरत है। बाहर निकलो, अपने लिए बोलो क्योंकि तुम अपने जीवन के नेता हो, तुम अपनी आवाज हो। मुझे खुद पर विश्वास है और इसलिए मैं आज यहां खड़ी हूं।