आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा बिलासपुर
13 दिसंबर। धर्मशाला में चल रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान, श्री नैना देवी के विधायक, पूर्व मंत्री व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य रामलाल ठाकुर ने अपने विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत निर्मित विभिन्न सरकारी संपत्तियों के रखरखाव में लापरवाही को लेकर सरकार को निशाने पर लिया है। अपने प्रश्न में रामलाल ठाकुर ने श्री नैना देवी जी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत स्वारघाट, भाखड़ा, राजपुरा, तथा नम्होल में मिडहिल प्रोजेक्ट के तहत निर्मित परिसंपत्तियों के रखरखाव के मुद्दे पर सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
राम लाल ठाकुर ने कहा इन परिसंपत्तियों के निर्माण में जनता का पैसा खर्च हुआ है, जिसमें 75% केंद्र सरकार तथा 25% शेष प्रदेश सरकार का खर्च हुआ है तथा इन परिसंपत्तियों के निर्माण में करोड़ों रुपए की लागत आई है। यह संपत्तियां पिछले कई वर्षों से जस की तस बंद पड़ी हैं। इनकी इमारतों के दरवाजे खिड़कियां, शीशे इत्यादि भी टूट चुके हैं। रामलाल ठाकुर ने सरकार से शीघ्रातिशीघ्र इन परिसंपत्तियों के रखरखाव की योजना बनाने को लेकर जोरदार तरीके से अपनी विधानसभा का पक्ष रखा है। इसके साथ ही ग्राम पंचायत कचौली के अंतर्गत वन विश्राम गृह बड्डू की दुर्गति का मुद्दा भी उन्होंने सदन में,
उठाया तथा उन्होंने सदन में कहा कि इस वन विश्राम गृह का निर्माण जिला में इको टूरिज्म के तहत पर्यटक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किया गया था। परंतु विभाग ने उद्घाटन के तुरंत बाद यहां जो सामान भी रखा था, उसे भी उठा कर स्वारघाट पहुंचा दिया। इस वन विश्राम गृह में बी ओ तथा वनरक्षक के क्वार्टर भी बनाए हैं। परंतु इस इमारत की हालत बहुत दयनीय है तथा यहां कोई भी अधिकारी जाने का इच्छुक नहीं रहता। रामलाल ठाकुर ने प्रभावी तरीके से इन परिसंपत्तियों के बचाव एवं आगे सुचारू रूप से रखरखाव हेतु सरकार को घेरा है।