आवाज़ ए हिमाचल
07 दिसंबर। धर्मशाला: 11 दिसंबर को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान धर्मशाला के तपोवन में न्यु पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ (एन.पी. एस. ई. ए.) हिमाचल प्रदेश के आह्वान पर जिला कांगड़ा, चम्बा, हमीरपुर, ऊना, मंडी व अन्य जिलों के सैंकड़ों रिटायर कर्मचारी अधिकारी इस विशाल रैली में हिस्सा लेंगे। यह जानकारी देते हुए एनपीएस रिटायर्ड कर्मचारी अधिकारी महासंघ हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष डा संजीव गुलेरिया ने बताया कि जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश को शायद यह जानकारी ही नहीं है कि पुरानी पेंशन बहाल करना राज्य सरकार के ही अधिकार क्षेत्र में आता है।
उन्होंने पूछा किअगर राज्य के अधिकार क्षेत्र में पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करना न होती तो पश्चिम बंगाल में सरकार अपने कर्मचारियों अधिकारियों को पुरानी पेंशन कैसे दे रही है ? डाक्टर संजीव गुलेरिया ने कहा कि प्रदेश के एक लाख बीस हजार सेवारत एन.पी.एस. कर्मचारी अधिकारी और हजारों पेंशन विहिन रिटायर्ड कर्मचारी अधिकारी सरकार से विनम्र निवेदन करते हैं कि पुरानी पेंशन सभी कर्मचारियों अधिकारियों को शीघ्र बहाल की जाए क्योंकि पुरानी पेंशन ही बुढ़ापे में कर्मचारियों अधिकारियों की लाठी व एक मात्र सहारा है।
डाक्टर गुलेरिया ने कहा कि पुरानी पेंशन कर्मचारियों अधिकारियों का अधिकार है,पुरानी पेंशन कोई खैरात नहीं। उन्होंने कहा कि चुनावी घोषणापत्र में सभी पार्टियां जो लोकलुभावन घोषणाएं वोट लेने के लिए मुफ्त देने के नाम पर करती हैं उसे खैरात बांटना कहते हैं। गुलेरिया ने सभी सरकारी गैर-सरकारी संगठनों कर्मचारियोंअधिकारियों और बेरोज़गारी से ग्रस्त, त्रस्त युवाओं से अपने मौलिक अधिकारों के लिए लड़ने के लिए एकजुट व एकमत होकर 11 दिसंबर की रैली में अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करने की अपील की।