आवाज ए हिमाचल
28 नवंबर।न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी एसोसिएशन की राज्य स्तरीय बैठक का आयोजन आज टांडा मेडिकल कॉलेज में किया गया,जिसमें सभी जिला प्रधान, राज्य कार्यकारिणी सदस्य और ब्लॉक स्तर के पदाधिकारी उपस्थित हुए।राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के एक लाख बीस हजार कर्मचारियों को पुरानी पेंशन से कम कुछ भी मंजूर नहीं है और जेसीसी बैठक में एनपीएस कर्मचारियों को सिर्फ 2009 की अधिसूचना से संतुष्ट करने की कोशिश की गई है,जोकि एनपीएस का ही पार्ट है।राज्य अध्यक्ष ने कहा कि आगामी शीतकालीन सत्र में हिमाचल के एनपीएस कर्मचारी 11 दिसंबर को सरकार का घेराव करेंगे और मुख्यमंत्री को 2018 में किया गया पेंशन बहाली का वायदा याद दिलाएंगे। राज्य अध्यक्ष ने कहा कि कर्मचारियों को किसी भी कीमत पर मरने वाली पेंशन नहीं बल्कि जीने वाली पेंशन चाहिए क्योंकि एनपीएस के तहत मात्र एक हजार से पन्द्रह सौ रुपए पेंशन मिल रही है जबकि एक हारा हुआ विधायक 80000 पेंशन ले रहा जोकि सरासर अन्याय है।इस अवसर पर संगठन के फाउंडर मेंबर नरेश ठाकुर ने कहा की पिछले 4 साल से एनपीएस कर्मचारियों ने कहां-कहां धरने नहीं दिए परंतु सरकार के कान पर जूं नहीं रेंगी।अब 2009 की अधिसूचना जारी कर कर्मचारियों से भद्दा मजाक किया गया है।कर्मचारियों को मरने वाली नहीं जीने वाली पेंशन की जरूरत है। इस अवसर पर महासचिव भरत शर्मा ने संगठन के पिछले 2 सालों के प्रयासों की जानकारी सभी कर्मचारियों को दी। इस बैठक में संगठन के संस्थापक नरेश ठाकुर, महासचिव भरत शर्मा कांगड़ा जिला प्रधान राजेंद्र मिन्हास के साथ हमीरपुर जिला प्रधान राकेश धीमान, चंबा जिला प्रधान सुनील जरियाल, कुल्लू जिला प्रधान विनोद डोगरा, मंडी जिला प्रधान लेखराज ,बिलासपुर जिला प्रधान राजेंद्र बर्मन, सोलन जिला प्रधान अशोक ठाकुर, प्रधान विरेंद्र जीटू किन्नौर, शिमला जिला प्रधान खुशाल शर्मा, सिरमौर महासचिव एम के कौशल , राज्य राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष सौरव बैद्य, मंडी महिला विंग जिला प्रधान मंजुला वर्मा, कुल्लू महिला विंग जिला प्रधान निशा वर्मा राज्य महिला विंग उपाध्यक्ष मोनिका राणा राज्य महिला विंग महासचिव ज्योतिका मेहरा ,संगठन सचिव पूजा सब्बरवाल संविधान पर्यवेक्षक श्यामलाल गौतम और उनकी कार्यकारिणी शामिल रही l