मेथी पंचायत में विश्व मधुमेह दिवस पर जिला स्तरीय जागरूकता शिविर

Spread the love

आवाज़ ए हिमाचल 

              अभिषेक मिश्रा बिलासपुर

18 नवंबर। विश्व मधुमेह दिवस के उपलक्ष में जिला स्तरीय जागरूकता शिविर का आयोजन ग्राम पंचायत मेथी में किया गया। कार्यक्रम में ग्राम पंचायत प्रधान मीना ठाकुर मुख्यरूप कार्यक्रम में उपस्थित रही। कार्यक्रम जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ ज्योति की अध्यक्षता में किया गया। उन्होंने बताया कि मधुमेह से पीड़ित रोगियों को समय पर दवाई लेना आवश्यक है तथा हर 6 महीने पर अपनी आंखों की जांच करवानी चाहिए। उन्होंने बताया कि मधुमेह दो प्रकार का होता है वतावरण, जेनेटिक व संयुक्त कारणों से शरीर में इंसूलीन के बनने और इसके काम की प्रक्रिया खराब होने से रक्त व पेसाब में शुगर की मात्रा लम्बे समय तक बढ़ने की स्थिति मधुमेह है। इंसूलीन हाॅर्मोन शरीर में शुगर को नियन्त्रित करता है तथा बसा के अमीनो एसिड के चयापचय का कार्य करता है।

अगनाश्य में दर्द, सोजिस, जलन व दाह, अगनाष्य में सिस्ट व सोजिस, इंसूलिन बनने में दोष, इंसूलिन जीन में परिवर्तन, इंसूलीन वाहक का कम संवेदनशील होना, बच्चों में प्रोटीन पर आधारित कुपोषण तथा विषाणू संक्रमण व रसायनों से विटा सैल का प्रभावित होना। मानसिक दवाब व गर्भावस्था मधुमेह होने के कारण हैं। वातावरणीय कारण में परम्परागत जीवन शैली, रहन सहन, खान-पान में बदलाव, चाय, पेस्टी, हलवा अधिक मीठा, डिबा बन्द व जंक फूड खाना, बैठी बिठाई जीवन शैली अपनाना, काम कसरत, व्यायाम, योग व पैदल चलने से परहेज करना।जिला स्वास्थ्य शिक्षा दीप कुमार ने मधुमेह के बारे में बताया कि मधुमेह में बार-बार पेशाब, अधिक भूख, प्यास व थकान जैसे लक्षण आने पर व जख्म ठीक न होने पर मधुमेह के लिए रक्त व पेसाब में सूगर की जांच जरूरी है।

उन्होंने बताया कि मधुमेह से बचाव के लिए चिकित्सक द्वारा बताए गए आहार व दवा योजना का अनुकरण करना, स्वंय रक्त ग्लूकाज माप व इंसूलिन लगाना, दवाई लेना नियमित रक्त सूगर व रक्त चाप की जांच, बार-बार थोड़ा-थोड़ा संतुलित आहार लेना, जंक फूड का प्रयोग नहीं करना, आंख, त्वचा व पैरों की देख भाल करते रहना, सिगरेट व शराब से परहेज करना, हमेशा संक्रमण से बचााव रखना, गर्भावस्था में नियमित जांच करवाना, रेशेदार भोजन का लाभ उठाना, बजन नियंत्रित रखना, बैठी बिठाई जीवन शैली का शीघ्र त्याग, आउट डोर खेल, सैर व योग करना, उपवास कतई न करना, बच्चों को प्रोटिन युक्त संतुलित आहार देना शामिल है। कार्यक्रम में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता मीना कुमारी, सीएचओ सुजाता कुमारी, आशा वर्कर सहित पंचायत सदस्य उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *