आवाज़ ए हिमाचल
जीडी शर्मा ( राजगढ़ )
25 अक्तूबर । राजगढ़ व इसके आसपास के क्षेत्रों में मौसम मे आए अचानक बदलाव से जहां लोग हैरान हैं वहीं इस मौसम ने यहा किसानों व पशुपालकों की समस्या बढ़ा दी है। यहां क्षेत्र में हुई बैमौसमी व भंयकर ओलावृष्टि ने किसानों व फसलों को भारी नुकसान पंहुचाया है। तथा क्षेत्र की सबसे ऊँची चोटी चूड़धार में इस मौसम का पहला हिमपात हुआ है। यहां इन दिनों मक्की ,राजमाह, उडद,की फसलें पक कर तैयार हैं।
वहीं बरसाती मटर की फसल अपने यौवन पर है मगर ओलावृष्टि वे सभी फसलों को नुकसान पंहुचा है। और इधर इन दिनो यहां घास कटाई का कार्य जौरो पर चल रहा है और इस घास को काट कर सुखा कर सर्दियों के लिए भंडारित किया जाता है मौसम में आए इस बदलाव से घास कटाई का कार्य प्रभावित हुआ है हिमापात व ओलावृष्टि से क्षेत्र के तापमान मे भारी वृद्वि दर्ज की गई है और क्षेत्र मे ठंड बढ़ गयी है।
यहां काबिले जिक्र है कि ऐसी मान्यता है। जैसे हम लोग दिपावली के लिए अपने घरों की सफाई व सफेदी करते है उसी प्रकार क्षेत्र के प्रसिद्ध आराध्य देव शिरगुल महाराज अपनी तपो स्थली चूड़धार को हिमपात से सफेदी कर देते हैं और पिछले काफी वर्षों से यहां चूड़धार में दिपावली को हिमपात नही हो रहा था इस बार दीपावली से पहले ही हिमपात हो गया है यानि शिरगुल महाराज ने चूड़धार में सफेदी कर दी है ।