आवाज़ ए हिमाचल
आचार्य टेकचंद उपाध्याय ( शाहपुर )
23 अक्तूबर। करवा चौथ व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को होता है । इस वर्ष यह व्रत रविवार, 24 अक्टूबर 202 को है । इस बार 5 साल बाद करवा चौथ पर शुभ योग बन रहा है । इस बार जहां रोहिणी नक्षत्र में पूजन होगा तो वहीं रविवार का दिन सूर्य देव का भी व्रती महिलाओं को आशीर्वाद प्राप्त होगा। ऐसा ही योग 8 अक्टूबर 2017 को भी बना था। करवा चौथ का व्रत पति की लंबी आयु की कामना के लिए निर्जल रहकर किया जाता है। चंद्रमा को देखकर ही व्रत खोला जाता है ।
रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित होता है । सूर्य देव के आरोग्य और दीर्घायु प्रदान करते इस शुभ मुहूर्त में पूजा करने से व्रती महिलाओं की हर इच्छा पूर्ण होती है । इस दिन रोहिणी नक्षत्र में चांद निकलेगा और पूजन होगा । रविवार प्रातः 3:01 पर चतुर्थी शुरू होगी जोअगले दिन 25 अक्टूबर सुबह 5:43 तक रहेगी । चांद निकलने का समय 8:11 से 8:51 तक रहेगा और पूजन का शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर 2021 को शाम 6:55 से 8:51 तक होगा ।
करवा चौथ पूजा विधि :-
सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें। बाद में सरगी के रूप में मिला हुआ भोजन कर पानी पिएं और गणेश जी की पूजा करके निर्जल व्रत का संकल्प लें । इसके बाद शाम तक कुछ भी खाना पीना नहीं है । पूजा के लिए शाम को सभी देवताओं की स्थापना कर इसमें करवा रखें। एक थाली में धूप, दीप, टिक्का, चावल, चीनी सिंदूर रखें । घी का दीपक जलाएं । पूजा चांद के निकलने के 1 घंटा पहले शुरू कर दें । कथा सुन लें इसके बाद चांद के दर्शन कर व्रत खोलें ।