आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा बिलासपुर
22 अक्तूबर। ग्राम पंचायत सुईं सुरहाड़ में शरद पूर्णिमा व आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जयंती के पावन अवसर पर प्रभु श्रीराम नाटक मंचन का हुआ शुभारंभ। इस कार्यक्रम में ग्राम पंचायत रानिकोटला के प्रधान परस राम ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की व अपनी नेक कमाई में से 5100/ रुपए प्रभु चरणों में अर्पित किए। स्थानीय ग्राम पंचायत उपप्रधान बलविंदर ठाकुर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। पूर्व प्रधान व बीडीसी सदस्य व वर्तमान में किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र भारती व युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष विशेष रूप से उपस्थित रहे। श्रीराम नाटक समिति के प्रधान नरेश कुमार ने स्मृति चिन्ह देकर मुख्यातिथि का स्वागत किया।
उन्होंने उपस्थित सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया व अपने सम्बोधन में श्रीराम नाटक मंचन के उद्देश्य व वर्तमान परिदृश्य में इसके महत्व पर प्रकाश डाला। मुख्यातिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस मंच पर श्रीराम नाटक मंचन 16 अक्टूबर 1978 से आरम्भ हुआ था और उस समय कितने अभावग्रस्त होने के वावजूद भी उन्होंने सफल आयोजन होते थे और लोग भारी संख्या में उपस्थित होते थे। उन्होंने सभी से आग्रह की हमें प्रभु श्रीराम व रामायण के अन्य आदर्श चरित्रों से हमें सीख लेनी चाहिए व अपनी सनातन संस्कृति का सम्मान करते हुए इसके सरंक्षण हेतु ऐसे कार्यक्रमों में सहयोग करना चाहिए।
उन्होंने वर्षों से चली आ रही इस प्राचीन परंपरा को सतत चलाए रखने के लिए वर्तमान समिति व सहयोगियों का भी इस पुनीत कार्य के लिए आभार प्रकट किया। श्रीराम नाटक मंचन के निर्देशक व महासचिव राकेश ने उपस्थित जनता से आग्रह किया कि अपनी प्राचीन संस्कृति व सभ्यता के सरंक्षण हेतु हम सभी इस मंच के सहयोगी बनकर आगे आएं व प्रतिदिन अच्छी सीख सीखकर जाएं। वर्तमान परिदृश्य में समाज व नई पीढ़ी को आदर्श संस्कारयुक्त जीवन की अति आवश्यकता है।