आवाज़ ए हिमाचल
20 अक्तूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो और केंद्रीय सतर्कता आयोग का नए भारत की नई सोच के आड़े आने वाली पुरानी प्रक्रियाओं को बदलने का आह्वान किया है। पीएम ने कहा कि दोनों उच्च एजेंसियां कानून को इस प्रकार से लागू करें, जिससे शासनतंत्र में गरीब एवं ईमानदार लोग मजबूत हों और भ्रष्टाचारी-अपराधी बाहर निकलें ।
मोदी ने गुजरात के केवडिय़ा में केंद्रीय सतर्कता विभाग और केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो के एक संयुक्त सम्मेलन को वीडियो लिंक के माध्यम से संबोधित करते हुए अधिकारियों का आह्वान किया कि वे अब प्रिवेंटिव विजिलेंस यानी अपराध की संभावना की निगरानी एवं सतर्कता रखने का काम करें।
इससे संसाधनों की बचत होगी, और अपराधों पर प्रभावी ढंग से रोक लगेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम भारत की आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। आने वाले 25 वर्ष यानी इस अमृतकाल में आत्मनिर्भर भारत के विराट संकल्पों की सिद्धि की तरफ देश बढ़ रहा है।