आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा बिलासपुर
19 अक्तूबर। लोगों व किसानों की परेशानी का सबब बन चुके बेसहारा पशुओं से घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र की पंचायतों को चरणबद्ध तरीके से मुक्त किया जाएगा। यह बात खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने एसडीएम घुमारवीं व पशु पालन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए कही। उन्होंने बताया कि घुमारवीं को बेसहारा पशुओं से मुक्त कराने के सरकार के आदेशों के बाद घुमारवीं में जनसहयोग से एक अभियान चलाया गया है। जिसके तहत सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़ कर टैगिंग की जा रही है तथा उन्हें ट्रकों में भरकर गाय अभयारण्य में भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए लोगों व किसानों से किसी भी प्रकार की कोई धनराशि नहीं ली जा रही है। उन्होंने बताया गया कि अभी तक घुमारवीं से 17 ट्रक बेसहारा पशुओं के भरकर चले गए हैं।
जिनमें करीब 100 बेसहारा पशुओं को अभी तक गाय अभयारण्य (काऊ सेन्च्यूरी) भेजा जा चुका है। खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने इस अभियान को घुमारवीं की प्रत्येक पंचायत में चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि घुमारवीं चुनाव क्षेत्र की प्रत्येक पंचायत को चरणबद्ध तरीके से बेसहारा पशुओं से मुक्त किया जाएगा। घुमारवीं से बेसहारा पशुओं को हटाने में गाय अभयारण्य में स्थान्त्रित करने का निर्णय लिया गया है। जिससे बेसहारा पशुओं की समस्या से परेशान किसानों व लोगों को राहत मिल सके। सबसे पहले यह अभियान नगर परिषद व एनएच के किनारे खूंखार घूम रहे बेसहारा पशुओं के लिए चलाया गया है। यह अभियान पशु पालन विभाग, शहरी विकास, नगर परिषद, पंचायत प्रतिनिधियों, समाज सेवी सुनील कुमार, ट्रक यूनियन बीटीसी बरमाणा सहित आम जन के सहयोग से आरंभ किया गया है।
गर्ग ने कहा कि बीते विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने घुमारवीं को बेसहारा पशुओं की समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया था। जिसके लिए उन्होंने घुमारवीं प्रशासन व पशु पालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। बैठक में एसडीएम घुमारवीं राजीव ठाकुर ने बताया कि अपने-अपने क्षेत्र के पशुओं को एक माह के भीतर पंजीकरण व पहचान क्रमांक अंकित करवाने सहित बेसहारा पशुओं की सूची भी पशु पालन विभाग में जमा करवाने के निर्देश दिए गए हैं। इस मौके पर पशु पालन विभाग के वरिष्ठ पशु चिकित्सक डा. के एल शर्मा ने बताया कि घुमारवीं से अभी तक 17 ट्रकों में 100 से अधिक बेसहारा पशुओं को पशु अभ्यारण्य भेज दिया गया है।